एनएसयूआई ने जालंधर जिला अध्यक्ष की नियुक्ति को किया अमान्य घोषित
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर:
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने जालंधर जिला अध्यक्ष की हाल ही में की गई नियुक्ति पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए उसे तत्काल प्रभाव से निरस्त (अमान्य) घोषित कर दिया है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय मुख्यालय, 5 रायसीना रोड, नई दिल्ली से जारी आधिकारिक बयान में, मुनीश्वर शर्मा, राष्ट्रीय सचिव एवं पंजाब प्रभारी, एनएसयूआई ने कहा कि यह नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री वरुण चौधरी जी और राज्य प्रभारी की जानकारी एवं स्वीकृति के बिना की गई थी।
“एनएसयूआई जालंधर जिला अध्यक्ष की हाल की नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री वरुण चौधरी जी और राज्य प्रभारी की जानकारी के बिना की गई है। अतः यह नियुक्ति अवैध घोषित की जाती है और आगामी आदेशों तक शून्य एवं निरस्त मानी जाएगी,” बयान में कहा गया।
यह स्पष्टीकरण उस समय आया है जब जालंधर जिले में संगठनात्मक नेतृत्व को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।
एनएसयूआई ने स्पष्ट किया कि संगठन के भीतर किसी भी पद पर नियुक्ति केवल नियमित प्रक्रिया के माध्यम से की जाएगी और इसके लिए राष्ट्रीय एवं राज्य नेतृत्व की स्वीकृति अनिवार्य होगी, ताकि संगठन में पारदर्शिता और अनुशासन बना रहे।
एनएसयूआई के सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व पंजाब इकाई की हाल की नियुक्तियों की समीक्षा प्रक्रिया में है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी नियुक्तियाँ संगठन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप हों।


 
                                    