Tuesday, July 1, 2025
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केजरीवाल और भगवत मान ने चुनावों के साथ जीत लिया पंजाबियों का दिल 

केजरीवाल और भगवत मान ने चुनावों के साथ जीत लिया पंजाबियों का दिल

24 जून, न्यूज़ डेस्क,

23 जून को उपचुनावों के नतीजे सामने आए हैं। पंजाब के लुधियाना पश्चिम और गुजरात के उप चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है । इस जीत के बाद राजनीतिक गलियारों में अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की चर्चा सबसे ज्यादा देखने को मिल रही है, यह चर्चा न केवल राजनीतिक गलियारों में देखने को मिल रही है बल्कि विरोधी पार्टियों जो अरविंद केजरीवाल के पंजाब में दख़ल की बातें करते थे और कहते थे कि दिल्ली का दखल पंजाब में बड़ा है इस जीत ने उनके भी मुंह बंद करवा दिए हैं और दबे मुंह आपस में विरोधी यह बात करते हुए भी दिखाई दिए हैं कि पंजाबियों ने आम आदमी पार्टी के दिल्ली मॉडल और पंजाब में पिछले

तीन सालों में जिस तरीके से विकास हुआ है को पहचान लिया है, विरोधी पार्टियों के कई लीडर ने नाम न छापने की सूरत में यहां तक बोल दिया कि यह जीत पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों में भी आम आदमी पार्टी की जीत का सुनेहा लेकर आई है ।

 

यह चर्चा इसलिए भी उठी है क्योंकि उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने जो जीत हासिल की है वह 2022 में लुधियाना सीट से आम आदमी पार्टी को जो वोट पड़ी थी उससे कही ज्यादा है । 2022 के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को 7 हजार वोट से जीत हासिल हुई थी और इस बार मार्जिन 10 हजार से भी ऊपर देखने को मिला है । इसका एक बड़ा कारण यह भी माना जा है कि जहां 2022 में पंजाब में विकास की क्रांति की शुरुवात हुई और अब लोगों को पंजाब रंगला पंजाब बनता हुआ दिखाई दे रहा हैं यही नहीं पंजाब में जिस तरीके से सरकार और पुलिस ने युद्ध नशे विरुद्ध मुहिम के तहत पंजाब से नशा तस्करों का सफाया किया है ,लोगों को आम आदमी पार्टी कि जहां साफ नियत पर न केवल भरोसा होना शुरू हुआ है बल्कि पंजाब से खत्म होता नशा अब गांव गांव में चर्चा की विषय बना हुआ है । लोगों में ऐसी भी चर्चा हो रही है कि आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल साफ सुथरी राजनीति कर रहे हैं जिनका एक ही मकसद है लोगों का विकास और वो लोग महसूस कर रहे हैं और कहीं ना कहीं जिस तरीके से भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल लुधियाना उपचुनाव में एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले लोगों को यह भी मैसेज गया है कि कैसे एक और एक 11 होते हैं । पहले जहां लोग विरोधियों के बहकाने पर यह सोचने पर मजबूर हुए थे कि, क्या सच में पंजाबियों पर दिल्ली ने राज करना शुरू कर दियाभाई , आज खुद लोग कह रहे है कि दिल्ली वाले और पंजाब के आप नेताओं ने मिल कर पंजाब वासियों की जिंदगी बेहतर बना दी है । लोग अक्सर ऐसा कहते सुनाई दे रहे है कि दिल्ली वालों ने पंजाब में भगवंत मान सरकार को ऐसी ताकत दी और ऐसी योजनाएं बनाई कि जिससे शहरी और ग्रामीण लोगों को फायदा ही फायदा हो रहा है ।

 

विरोधी केजरीवाल को कोसने में रहे व्यस्त और केजरीवाल लोगों के विकास में

 

इन चुनावों से पहले जहां विरोधी आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को कोने में लग रहे वही अरविंद केजरीवाल उन योजनाओं को बनाने में लग रहे जिससे पंजाब और पंजाबी वासियों को फायदा मिले । उन्होंने न केवल ऐसी योजनाएं बनाई बल्कि चाहे उद्योगपति हो व्यापारी हो, किसान हो

और पंजाब के आम लोगों को फायदा भी मिलने लगा ।

लुधियाना पश्चिमी चुनाव जीतने के तुरंत बाद केजरीवाल का बयान आना की वो पंजाब से राज्यसभा नहीं जायेगी, दिखाता है कि कैसे उन्होंने विरोधियों को उलझाने के लिए यह चाल चली और कहीं न कहीं अब लोग यही सोच रहे है लोक सेवा तो दिल्ली वालों से ही सीखनी चाहिए और पंजाब तो इस बात को लेकर मशहूर ही है कि जो इनको प्यार से बुलाता है और इनके अच्छे के लिए एक कदम उठाता है तो पंजाबी ताउम्र उसे अपने दिल से लगा कर रखते है और यही कारण है कि राजनीतिक पंडित इस जीत के बाद आम आदमी पार्टी कि 2027 में भी पूर्ण बहुमत के साथ जीत की भविष्यवाणी करते दिखाई दे रहे है ।

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