केन्द्रीय विश्वविद्यालय, हिमाचल के चांसलर एवं नामवर कवि पद्मश्री डॉ. बेदी ने काव्य संग्रह कविता घर और जगत कृति चण्डीगढ़ साहित्य अकादमी के चेयरमैन को किया भेंट
पद्मश्री से अलंकृत केन्द्रीय विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश के चांसलर एवं समकालीन हिन्दी कविता के नामवर कवि डॉ. हरमहेन्द्र सिंह बेदी ने अपना नव प्रकाशित काव्य संग्रह कविता घर और जगत कृति चण्डीगढ़ साहित्य अकादमी के चेयरमैन डॉ. मनमोहन सिंह को भेंट किया। डॉ. मनमोहन सिंह ने बधाई देते हुए लेखनी की प्रशंसा की और बेदी का आभार व्यक्त किया। यहां काबिले जिक्र है कि डॉ. बेदी पिछले चार दशकों से पंजाब की हिन्दी कविता के चश्मदीद गवाह हैं। पंजाब को हिन्दी साहित्य की राष्ट्रीय पहचान बनाने में सक्रिय उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए नार्वे, डेनमार्क, सिंगापुर, भूटान, कनेडा, और पाकिस्तान की यात्राएँ कर चुके हैं। गुरूमुखी लिपि में उपलब्ध उत्तरी भारत के मध्यकालीन हिन्दी साहित्य को प्रकाश में लाने का श्रेय प्राप्त है। पंडित श्रद्धाराम फिलोरी ग्रन्थावली (तीन खण्डों) के रचयिता हैं। 35 वर्षों तक गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के हिन्दी-विभाग में अध्यापन के दौरान अध्यक्ष, डीन, कबीर विद्यापीठ के प्रभारी, सतगुरु रामसिंह चेयर के मुखी, स्वामी विवेकानंद अध्ययन केन्द्र के संयोजक, प्रैस एवं प्रकाशन विभाग के चेयरमैन रहे। पंजाब सरकार द्वारा शिरोमणि हिन्दी साहित्यकार सम्मान से अलंकृत हैं। भारत सरकार द्वारा स्थापित भाषा समिति के सदस्य हैं। 2017 में भारत के महामहिम राष्ट्रपति द्वारा हिन्दी सेवी पुरस्कार से सम्मानित भी हो चुके हैं। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सदस्य, राष्ट्रीय अल्प संख्यक शिक्षा अनुभवीक्षण समिति (एन.एम.सी.एम.ई) भारत सरकार के सदस्य, राजस्थान एवं हरियाणा के विश्वविद्यालय में विज़िटिंग फैलो हैं। वर्तमान में केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, धर्मशाला में कुलपति हैं।