चावल मिलर्स और अन्य हितधारकों की समस्याओं के समाधान हेतु राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत: मंत्री समूह
पंजाब सरकार खरीद प्रक्रिया में शामिल सभी भागीदारों को विकास में सक्रिय सहयोगी मानती है
अब तक 105 लाख मीट्रिक टन अनाज की निकासी हो चुकी है
Priyanka Thakur
चावल और गेहूं की निर्बाध व सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गठित मंत्री समूह ने आज पंजाब के चावल मिल मालिकों के साथ बैठक कर उनकी समस्याएं और चिंताएं ध्यानपूर्वक सुनीं और उनकी वाजिब मांगों के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
मंत्री समूह के चेयरमैन तथा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री स गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में, आगामी खरीफ सीजन की व्यवस्थित खरीद को सुनिश्चित करने हेतु व्यापक प्रबंध कर रही है।
उन्होंने कहा कि धान की बुआई शुरू हो चुकी है और मिलर्स सहित सभी हितधारकों की जरूरतों व चिंताओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक स्तर पर गंभीर प्रयास जारी हैं, ताकि पूरी प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित हो।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री श्री लाल चंद कटारूचक्क ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मिलर्स ने राज्य सरकार की सराहना की है, जिन्होंने महीनों पहले ही खरीफ सीजन की तैयारियाँ शुरू कर दी थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं मिलर्स से संबंधित सभी वैध मुद्दों के निराकरण के लिए सतत प्रयास कर रहे हैं और शीघ्र ही वह इस विषय पर केंद्र सरकार के अधीन मामलों को लेकर नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी से भेंट करेंगे।
किसानों, चावल मिलर्स, आढ़तियों और मजदूरों सहित सभी हितधारकों को आश्वस्त करते हुए कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि राज्य सरकार उनकी जायज़ माँगों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अनाज के भंडारण के लिए स्थान सुनिश्चित करने की दिशा में अब तक राज्य से 105 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) अनाज की निकासी की जा चुकी है।
परिवहन और जेल मंत्री स लालजीत सिंह भुल्लर ने चावल मिलर्स को खरीद प्रक्रिया की रीढ़ की हड्डी करार दिया और कहा कि राज्य सरकार उनकी भलाई हेतु हरसंभव कदम उठा रही है। वहीं, जल संसाधन मंत्री श्री वरिंदर कुमार गोयल ने कहा कि सरकार सभी भागीदारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और उन्हें सिर्फ खरीद प्रक्रिया में ही नहीं, बल्कि पंजाब के समग्र विकास में सक्रिय भागीदार मानती है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामले श्री राहुल तिवारी, निदेशक श्री वरिंदर कुमार शर्मा, पंजाब मंडी बोर्ड के सचिव श्री रामवीर, पनसप की एमडी श्रीमती सोनाली गिरी, तथा चावल मिलर्स के प्रतिनिधि उपस्थित थे।