जनहित सर्वोपरि की भावना से कार्य करें कर्मचारी- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
हरियाणा विकास और नवाचार की धरती, आज हर क्षेत्र में छू रहा नई ऊँचाइयाँ — मुख्यमंत्री
विपक्ष के नेता लगाते थे नौकरियों की बोली, जबकि हमारी सरकार युवाओं को मेरिट पर दे रही नौकरियाँ — मुख्यमंत्री
सरकार का लक्ष्य सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर हरियाणा का निर्माण — नायब सिंह सैनी
Priyanka Thakur
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कर्मचारी राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ हैं और प्रदेश के विकास में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। कर्मचारियों का कार्यक्षेत्र चाहे जो भी हो, भावना केवल एक होनी चाहिए ‘जनहित सर्वोपरि’। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों से आह्वान किया कि सभी एक टीम की तरह मिलकर एक सशक्त, समावेशी और आत्मनिर्भर हरियाणा का निर्माण करें।
मुख्यमंत्री शनिवार को पंचकूला में आयोजित नवनियुक्त ग्रुप-डी कर्मचारियों के परिचयात्मक कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
श्री नायब सिंह सैनी ने कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकारी नौकरी मात्र नौकरी नहीं होती, बल्कि यह उस मातृभूमि की सेवा का अवसर होता है, जिसने हमें सब कुछ दिया। उस समाज की सेवा जिसने हमें पहचान दी। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी जनता और शासन के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा विकास और नवाचार की धरती है। हरियाणा आज देश में एक अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। कृषि, उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल गवर्नेस जैसे हर क्षेत्र में हम नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। यह सफलता केवल नीति-निर्माताओं की नहीं, यह सफलता मेहनती और ईमानदार अधिकारियों व कर्मचारियों की भी है, जो दिन-रात अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। इसलिए कर्मचारियां को सदैव उस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सेवा, सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और कार्यकुशलता की भावना के साथ कार्य करते रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में हर क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। वर्ष 2014 में भारत अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में 14वें स्थान पर था, लेकिन पिछले 11 वर्षों में आर्थिक उन्नति के बाद आज भारत की अर्थव्यस्था दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन चुकी है।
श्री नायब सिंह सैनी ने विपक्ष के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान विपक्ष के एक नेता चुनाव प्रचार के दौरान कह रहे थे कि मुझे 50 वोट दो और मैं एक नौकरी दूंगा। नौकरियों की बोलियां लग रही थी, लेकिन हमारी सरकार ने आज इस प्रकार के सिस्टम के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और केवल मैरिट के आधार पर नौकरियां दी हैं। आज गरीब परिवारों के बच्चे भी सरकारी नौकरी में आ रहे हैं, उनके सपने अब पूरे हो रहे हैं। पहले की सरकार में तो बच्चों को उनकी मेहनत का फल नहीं मिलता था लेकिन आज युवाओं को उनकी मेहनत के बल पर नौकरी मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार वर्ष 2014 से ‘जन सेवा ही परम धर्म’ के मंत्र के साथ गति से काम कर रही है। राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई है। आज यह नीति केवल कागजों पर नहीं है, बल्कि ज़मीन पर हकीकत में दिखती भी है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए सरकार प्रशिक्षण, कौशल विकास और कल्याण के लिए सदैव साथ है। हर स्तर पर एक बेहतर कार्य संस्कृति, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल प्रक्रियाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में 30 हजार सरकारी नौकरियां दी हैं। ग्रुप सी व डी के पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार खत्म कर लिखित परीक्षा का प्रावधान किया है। सरकारी नौकरियों के अलावा, 2083 रोजगार मेलों का आयोजन करके 1 लाख 6 हजार 283 युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ‘यूनिफाइड पेंशन स्कीम’ की तर्ज पर हरियाणा के कर्मचारियों को भी यू.पी.एस. का लाभ एक अगस्त, 2025 से दिया है। इसकी अधिसूचना गत 2 जुलाई को की जा चुकी है। इस स्कीम का लाभ हरियाणा सरकार के 2 लाख कर्मचारियों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 26 व 27 जुलाई को ग्रुप सी के लिए आयोजित ‘कॉमन पात्रता परीक्षा’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों, रोडवेज विभाग, निजी स्कूलों सहित अन्य संबंधित एनजीओ ने अपना योगदान देकर युवाओं को परीक्षा केंद्रों तक सुगमता से पहुंचाया। किसी भी युवा को कोई परेशानी नहीं होने दी गई।
हरियाणा में अब सिफारिश से नहीं, मेहनत से मिल रही सरकारी नौकरी – राज्य मंत्री गौरव गौतम
खेल, युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्यमंत्री श्री गौरव गौतम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बिना पर्ची और बिना खर्ची की नीति के तहत 24,000 युवाओं को पारदर्शी तरीके से रोजगार प्रदान करने का वादा किया था, जिसे उन्होंने पूरा करके दिखाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से उन्हें युवाओं के प्रतिनिधि के रूप में काम करने का अवसर मिला है, और इस भूमिका को वे पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं।
श्री गौतम ने कहा कि आज हरियाणा पारदर्शिता और ईमानदारी के मामले में देश में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले प्रदेश में पैरालिसिस सरकार चल रही थी। उस समय युवाओं को न्याय की उम्मीद नहीं दिखाई देती थी। यहां तक कि युवाओं को नौकरी के लिए नेताओं और दलालों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन आज वही युवा कोचिंग सेंटर, खेल मैदान और लाइब्रेरियों में मेहनत करते दिखाई देते हैं। यह बदलाव मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की दूरदर्शिता का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में बिना किसी सिफारिश और खर्च के सरकारी नौकरियां मिल रही हैं। यह केवल एक नारा नहीं बल्कि एक मजबूत नींव है जो आने वाले समय में हरियाणा को ईमानदारी और पारदर्शिता की मिसाल के रूप में स्थापित करेगा।
श्री गौरव गौतम ने सभी नव नियुक्त कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि वे पूर्ण समर्पण और निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, पंचकूला के मेयर श्री कुलभूषण गोयल, महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के आयुक्त एवं सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, मानव संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री सी.जी. रजीनीकांथन, मानव संसाधन विभाग के निदेशक श्री विनय प्रताप सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
गुरुग्राम में पर्यटन का बड़ा केंद्र बनेगी जंगल सफारी : मनोहर लाल
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल व केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने गांव सकतपुर के समीप जंगल सफारी के प्रस्तावित स्थल का किया निरीक्षण
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, जंगल सफारी को विकसित करने के लिए केंद्र की ओर से मिलेगी पूरी मदद
हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्यजीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने दी जानकारी, जंगल सफारी के लिए व्यापक कार्य योजना तैयार, पहला चरण होगा 2500 एकड़ में विकसित
हरियाणा में गुरुग्राम और नूंह जिला के 10 हजार एकड़ में प्रस्तावित जंगल सफारी आने वाले दिनों में पर्यटन के क्षेत्र में आकर्षण का बड़ा केंद्र होगी। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री श्री मनोहर लाल तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को गुरुग्राम के सकतपुर गांव के समीप जंगल सफारी के लिए प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण किया। हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर भी इस दौरान साथ रहे।
केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। हरियाणा से होकर गुजरने वाली अरावली पर्वत श्रृंखला की प्राकृतिक सुंदरता, जैव विविधता व ऐतिहासिक विरासत को संरक्षण प्रदान करने में जंगल सफारी एक महत्वपूर्ण परियोजना साबित होगी। उन्होंने बताया कि जंगल सफारी में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं विकसित की जाएंगी ताकि यह पर्यटन की दृष्टि से आकर्षण का एक बड़ा केंद्र साबित हो। इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। चार चरणों में प्रस्तावित इस परियोजना का पहला चरण 2500 एकड़ में पूरा होगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अरावली में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने, पर्यावरण संरक्षण, वन्य जीवों के प्रति जागरूकता तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए केंद्र की ओर से पूरा सहयोग देने की बात कही। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के समीप यह एक बड़ा पर्यटन केंद्र विकसित होगा। उन्होंने गांव सकतपुर के समीप जंगल सफारी के प्रस्तावित स्थल का अवलोकन किया और पहले चरण के लिए प्रस्तावित योजना पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री व हरियाणा के वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक विचार विमर्श किया। परियोजना को लेकर तैयार योजना के तहत इस क्षेत्र में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधों की स्थानीय प्रजातियों व वन्यजीवों के लिए हितैषी पारिस्थितिक तंत्र विकसित होगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अरावली में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने, पर्यावरण संरक्षण, वन्यजीवों के प्रति जागरूकता तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्यजीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने गुरुग्राम आगमन पर केंद्रीय मंत्रियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को हरियाणा व केंद्र सरकार मिलकर विकसित करेंगी। इस परियोजना के अलग-अलग चरणों को लेकर व्यापक योजना तैयार की जा रही है। जंगल सफारी में प्रवेश के लिए चार स्थानों पर गेट लगाए जाएंगे जोकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर सोहना के समीप, तावडू-सोहना मार्ग, नौरंगपुर के समीप व सकतपुर गांव में होंगे। इस परियोजना के लिए शारजाह सफारी, गुजरात के जामनगर स्थित वंतारा, गिर अञ्जयारण्य आदि स्थानों का भी अध्ययन किया गया है।
केंद्रीय मंत्रियों ने वन विभाग हरियाणा की ओर से जंगल सफारी के पहले चरण के डिजाइन व डाक्यूमेंट्री का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर वन विभाग हरियाणा के अतिरिञ्चत मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, पीसीसीएफ (एचओएफएफ) विनीत गर्ग, पीसीसीएफ वन्यजीव विवेक सक्सेना, पीसीसीएफ अतुल जे सिसकर, हरियाणा वन विकास निगम के एमडी केसी मीणा, सीसीएफ टीपी सिंह, गुरूग्राम वन संरक्षक सुभाष यादव आदि अधिकारी उपस्थित रहें। वही जिला प्रशासन की ओर से डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया, नगर निगम मानेसर के आयुक्त आयुष सिन्हा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एक पेड़ मां के नाम अभियान को उद्योगों से भी मिला समर्थन
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल एवं भूपेंद्र यादव तथा हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह की अगुवाई में औद्योगिक संगठनों के 4 हजार प्रतिनिधियों ने किया पौधारोपण
आईएमटी मानेसर में मानव श्रृंखला बनाकर पांच स्थानों पर आयोजित किया गया पौधारोपण कार्यक्रम
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को अब औद्योगिक संगठनों से भी अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है। शनिवार को आईएमटी मानेसर में आयोजित विशेष पौधारोपण कार्यक्रम में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव तथा हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह तथा जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में 4 हजार से अधिक औद्योगिक प्रतिनिधियों ने एक साथ पौधारोपण कर अभियान को गति दी।
कार्यक्रम के दौरान मानेसर के पांच विभिन्न स्थलों नामतः सेक्टर 2 स्थित होंडा पॉइंट तथा सोना कोमस्टार संस्थान, सेक्टर 8 स्थित मारुति के प्रवेश द्वार तथा विविडीएन, सेक्टर 5 स्थित फोर्टिस अस्पताल परिसर तथा बाहर स्थित ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में मानव श्रृंखला बनाकर पर्यावरण के प्रति सामूहिक संकल्प की मिसाल पेश की गई। सभी प्रतिभागियों ने एक स्वर में पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली और संकल्प लिया कि वे अपने-अपने स्तर पर वृक्षारोपण को नियमित जीवन का हिस्सा बनाएंगे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने किया जागरूकता का आह्वान
पौधारोपण से पूर्व आयोजित सभा में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि एक व्यक्ति के संपूर्ण जीवन में औसतन 15 पेड़ों की आवश्यकता होती है। इसलिए प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह कम से कम इतने पेड़ अवश्य लगाए। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जैसे औद्योगिक और शहरी दबाव वाले जिलों में वायु गुणवत्ता एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है, ऐसे में इस प्रकार के जन-सहभागिता वाले अभियान अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने उद्योग संगठनों के इस सहयोग को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए हरित विरासत बनाने का कार्य करेगी।
पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने औद्योगिक सहभागिता की प्रशंसा
हरियाणा के पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले उद्योग अब पर्यावरण की दिशा में भी अपना दायित्व निभा रहे हैं, यह अत्यंत प्रेरणादायक है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियान से जनभावनाएं जुड़ रही हैं, और जब समाज, शासन व उद्योग साथ आएं तो हरियाली का लक्ष्य दूर नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार हरियाणा के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में चरणबद्ध ढंग से इस प्रकार के वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाएगी, जिससे ग्रीन कवरेज में निरंतर वृद्धि हो सके।
इस अवसर पर प्रमुख औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण अब केवल सामाजिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि संस्थागत प्राथमिकता बन चुका है। उद्योगपतियों ने अपनी फैक्ट्रियों व परिसरों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण का संकल्प भी लिया।
इस अवसर पर डीसी अजय कुमार, सीपी विकास अरोड़ा, निगमायुक्त गुरुग्राम प्रदीप दहिया, डीसीपी मानेसर दीपक, निगमायुक्त मानेसर आयुष सिन्हा, उप वन संरक्षक राज कुमार, एसडीएम मानेसर दर्शन यादव, पटौदी के पूर्व विधायक सत्यप्रकाश जरावता, एचएसआइआइडीसी से चीफ कोऑर्डिनेटर सुनील शर्मा, सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
क्रमांक-2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त की जारी
हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में पहुंचे 353 करोड़ रुपये
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में आयोजित पीएम किसान उत्सव दिवस राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत
यह केवल वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि किसानों को दिए गए भरोसे का प्रमाण है – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी उत्तर प्रदेश से पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के 9 करोड़ 70 लाख किसानों के खातों में 20वीं किस्त जारी कर 20 हजार 500 करोड़ रुपये का लाभ प्रदान किया। इसमें हरियाणा के 16 लाख 77 हजार किसानों के खातों में 353 करोड़ रुपये की राशि डाली गई है। इस उपलक्ष्य में जिला पंचकूला में पीएम किसान उत्सव दिवस राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इसके अलावा, अन्य जिलों में भी पीएम किसान उत्सव दिवस समारोह का आयोजन किया गया, जहां कैबिनेट व राज्य मंत्रियों ने शिरकत की। कार्यक्रमों के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा किसानों को दिए गए संबोधन को लाइव सुना गया।
अपने संबोधन में श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री द्वारा जारी 20वीं किस्त का वितरण केवल एक वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि देश के किसानों को दिए गए भरोसे का प्रमाण है। यह उस संकल्प की पुनः पुष्टि है, जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अन्नदाता के कल्याण के लिए लिया है। मुख्यमंत्री ने 20वीं किस्त जारी करने के लिए प्रदेश के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उल्लखेनीय है कि कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई यह योजना, भारत के करोड़ों किसानों के जीवन में एक नई ऊर्जा, एक नया आत्मविश्वास लेकर आई है। छोटे व मध्यम वर्ग के किसानों को 2- 2 हजार रुपये की तीन किस्तों के रूप में सीधी सहायता दी जाती है। यह पारदर्शिता और प्रतिबद्धता नए भारत की पहचान बन चुकी है।
हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया है। इसके साथ, किसानों की आय में बढ़ोतरी, तकनीकी नवाचार और जल-संरक्षण जैसे क्षेत्रों में भी अनुकरणीय कार्य किए हैं। राज्य सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी पात्र किसान इन योजनाओं से वंचित न रहे।
किसानों की समृद्धि से ही विकसित भारत संकल्प होगा पूरा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए 4 स्तम्भों पर विशेष जोर दिया है। इनमें किसान, गरीब, महिला व युवा शामिल हैं। प्रथम स्तम्भ किसानों की समृद्धि से ही इस संकल्प को पूरा किया जा सकता है। प्रधानमंत्री के इसी विजन को साकार करने के लिए हरिया