धार्मिक स्थलों को अतिक्रमण के नोटिसों बारे हिंदू पर्व महासभा की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित
चण्डीगढ़ : हिंदू पर्व महासभा, चण्डीगढ़ की बैठक श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर 37 सी चंडीगढ़ में हुई जिसमें शहर के सभी मंदिरों के पदाधिकारियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। संस्था के महासचिव कमलेश चंद्र सूरी ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित पूर्ण आदेशों का पालन किए बिना नगर निगम एवं प्रशासन द्वारा मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों को अतिक्रमण के नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 से पहले स्थापित मंदिरों/धार्मिक स्थानों के प्रत्येक मामले की समीक्षा करना आवश्यक है। जिन धार्मिक संस्थानों को नोटिस जारी किए गए हैं उनमें से कई प्राचीन हैं और उनमें से भी कुछ महाभारत काल के हैं और कुछ चंडीगढ़ की स्थापना से पहले से ही निर्मित हैं
संस्था के अध्यक्ष बीपी अरोड़ा ने बताया कि न्यायालय के निर्देशों का अनुपालन करने के लिए धार्मिक संस्थानों के प्रबंधन के पक्ष को सुनने और केस टू केस एग्जामिन करने के बाद हिंदू पर्व महासभा को भी एक अवसर दिया जाए जो सभी मंदिरों का एक प्रतिनिधि निकाय है। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण सूद भी उपस्थित रहे और उन्होंने अपने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। अरोड़ा एवं सूरी ने सभी उपस्थित धार्मिक संस्थानों के पदाधिकारियों से अपील की कि जिनको प्रशासन की तरफ से नोटिस आए हुए हैं, वह अपना पक्ष रखने के लिए आवश्यक दस्तावेज लेकर 30 जून को निगम के कार्यालय में संबंधित अधिकारियों के पास अवश्य जमा करवा दें। महासभा ने प्रशासन से मंदिरों को आवश्यक कागजात जमा करने की अवधि 15 दिन बढ़ाने की भी मांग की।
बैठक में हिंदू पर्व महासभा के रमेश मल्होत्रा, मुख्य संरक्षक, वाईके सरना, वरिष्ठ उप प्रधान, लक्ष्मी नारायण सिंगला, राम धन अग्रवाल, रतनलाल, पदम चंद राय, राजेंद्र गुप्ता, अनुज कुमार सहगल, देस राज बंसल एवं अजय कौशिक,प्रेस सचिव आदि भी उपस्थित रहे। अरोड़ा ने ये भी जानकारी दी कि अरुण सूद की अगुआई में हिंदू पर्व महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल इसी मुद्दे को लेकर प्रशासक को मिला था तथा प्रशासक ने आश्वासन दिया था कि वह मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों के हित में उचित कदम उठाएंगे।