पंजाब राज्य सूचना आयोग ने श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित समागम करवाया
आयोग के अधिकारियों को गुरु तेग़ बहादुर जी के जीवनकाल को दर्शाती विशेष दस्तावेज़ी (डॉक्यूमेंट्री) फिल्म दिखाई
आयोग ने गुरु तेग़ बहादुर जी के जीवन एवं दर्शन को चित्रित करता चित्रकारी किताबचा जारी की
चंडीगढ़, 20 नवंबर
श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत को सजदा करते हुए उनके 350वें शहीदी दिवस को समर्पित एक विशेष समारोह मुख्य सूचना आयुक्त पंजाब श्री इंदरपाल सिंह धन्ना की अगुवाई में चंडीगढ़ में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य सूचना आयुक्त श्री इंदरपाल सिंह धन्ना ने गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के आध्यात्मिक जीवन को दर्शाती एक महत्वपूर्ण चित्रकारी ब्रोशर (किताबचा) भी जारी किया। इस मौके पर उनके साथ हरप्रीत संधू, डॉ. भूपिंदर सिंह बाठ तथा राज्य सूचना आयुक्त संदीप एस. धालीवाल भी उपस्थित थे।
समारोह के दौरान आयोग के अधिकारियों को श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के जीवनकाल को दर्शाती विशेष दस्तावेज़ी फिल्म भी दिखाई गई। श्री गुरू तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को तैयार करने में राज्य सूचना आयुक्त श्री हरप्रीत संधू ने अपना विशेष योगदान दिया है।
साथ ही, श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित चित्रकारी किताबचा एवं पावन किताब भी आयोग के अधिकारियों को भेंट की गयी ताकि नौवें सिख गुरु के आपसी भाईचारे और शांति के संदेश का अधिक से अधिक प्रसार किया जा सके।
मुख्य सूचना आयुक्त श्री इंदरपाल सिंह धन्ना ने इस समारोह में कहा कि इस चित्रकारी किताबचा और इस किताब का प्रकाशन नौवें सिख गुरु की अनुपम शहादत तथा उनके आपसी भाईचारा, धार्मिक स्वतंत्रता और शांति के शाश्वत संदेश के सम्मान में एक विनम्र प्रयास है। उन्होंने आगे कहा कि हरप्रीत संधू द्वारा लिखित यह किताब उन ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दृश्यों को दर्शाती है जहां श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के चरण पड़े थे। उल्लेखनीय है कि उक्त किताब को पंजाब के माननीय राज्यपाल द्वारा पहले ही राज भवन, चंडीगढ़ में पंजाब राज्य के लिए जारी किया जा चुका है।
इस किताब के लेखक राज्य सूचना आयुक्त श्री हरप्रीत संधू ने कहा कि यह पुस्तक “हिंद दी चादर” श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी द्वारा धार्मिक स्वतंत्रता और मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए दिए गए सर्वाेच्च बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।


