Saturday, August 2, 2025
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 फरीदाबाद में 14 अगस्त को मनाया जाएगा स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस- मुख्यमंत्री।

 फरीदाबाद में 14 अगस्त को मनाया जाएगा स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस- मुख्यमंत्री।

 

 हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि देश के विभाजन में अपनी जान गवांने वाले जाने अनजाने लोगों की स्मृति में राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस इस वर्ष 14 अगस्त को फरीदाबाद में मनाया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा,जिसमें प्रदेशभर से समाज के सभी वर्गों के लोग भारी संख्या में भाग लेंगे।

 मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के आयोजन को लेकर मंगलवार को चंडीगढ़ में आयोजित एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि देश के विभाजन में अपनी जान गवांने वाले जाने अनजाने लोगों की स्मृति में राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस इस वर्ष 14 अगस्त को फरीदाबाद में मनाया जाएगा। उन्होंने ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कार्यक्रम होगा,जिसमें प्रदेशभर से समाज के सभी वर्गों के लोग भारी संख्या में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम से पूर्व, एक पखवाड़े तक प्रदेशभर में विभिन्न स्थानों पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन हरियाणा सरकार और पंचनद ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में किया जाएगा, जिसमें विभाजन की विभीषिका में जान गंवाने वाले पूर्वजों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि इस समारोह में लोग अपने बेटे और बेटियों को अवश्य लेकर आए ताकि वे अपने पूर्वजों के बलिदानों के बारे में जानकारी हासिल करें और उनसे प्रेरणा ले सकें।

 नायब सिंह सैनी, मुख्यमंत्री, हरियाणा 

 मुख्यमंत्री ने पंचनद ट्रस्ट से भी आह्वान करते हुए कहा कि ट्रस्ट विभाजन की इस त्रासदी के गवाह रहे बुजुर्गों के संस्मरण को रिकॉर्ड कर उन्हें इतिहास के रूप में संजोए, ताकि हमारी युवा पीढ़ी जान सके कि विभाजन के समय किस प्रकार हमारे बुजुर्गों ने इस भंयकर त्रासदी को झेला जिसे सुनकर आज भी रूह कांप जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के विभाजन को 20वीं शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी मानते हुए 15 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता दिवस पर आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ करते हुए इस विभाजन में अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने की घोषणा की थी। तब से हर वर्ष 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया जाता है। कहा कि 1947 में भारत की आजादी की प्रक्रिया चल रही थी तो उस दिन देश का विभाजन भी किया गया था। इस तरह हमें आजादी की भारी कीमत चुकानी पड़ी। हमारा देश तो बंट ही गया, दोनों तरफ के करोड़ों लोग उजड़ गए और लाखों दंगों में मारे भी गए। माताओं-बहनों पर भारी अत्याचार किए गए। आज भी उस मंजर को याद करके मानवता की रूह कांप जाती है। उन्होंने कहा कि उस रक्तपात में न जाने कितने बेकसूर लोग मारे गए। हमें उस त्रासदी के बारे में सोचकर इतनी पीड़ा हो रही है, तो सोचिए जिन लोगों ने उस त्रासदी को झेला है, उन पर क्या बीती होगी।

 नायब सिंह सैनी, मुख्यमंत्री, हरियाणा 

 मुख्यमंत्री ने  मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्मृति दिवस हमें बंटवारे के कारण जान गंवाने वाले अपने पूर्वजों की याद तो दिलाता है। लेकिन उन्हें गर्व है कि भारत मां के उन सपूतों ने किसी का भय नहीं माना, किसी लालच में नहीं आए और अपने देश, धर्म और स्वाभिमान के लिए अनेक यातनाएं सही। यही नहीं, जहां गए वहां की खुशहाली और समृद्धि में उल्लेखनीय योगदान दिया। अपनी मेहनत से उस इलाके को आर्थिक रूप से समृद्ध करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि यह विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस हमें भाईचारे का संदेश भी देता है। यह दिन हमें याद दिलाता रहेगा कि सामाजिक एकता के सूत्र टूटते हैं तो देश भी टूट जाया करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन को मनाने की घोषणा इसी उद्देश्य से की थी कि हर भारतवासी अपने इतिहास से सबक लेकर स्वर्णिम भविष्य के लिए राष्ट्र की एकता के प्रति समर्पित हों। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपील करते हुए कहा कि आज सभी समाज में प्रेम, प्यार, भाईचारे को मजबूत करने का संकल्प लें।

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