पंचकूला, 09 सितम्बर:
पंजाब में हाल ही में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए पंचकूला जिले से बड़ी मात्रा में राहत सामग्री रवाना की गई। जामिया हिदायतुल इस्लामिया पब्लिक स्कूल, अंबवाला कोटियां और मदरसे के ज़िम्मेदार लोगों ने गांव तथा आसपास के निवासियों के सहयोग से यह राहत सामग्री एकत्रित की।
इस अभियान में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और दवाइयाँ, आटा, दाल, चावल, घी, तेल, चप्पल समेत अन्य ज़रूरी सामान एकत्र किया। राहत सामग्री की अनुमानित कीमत लगभग 10 लाख रुपये बताई जा रही है। सात पिकअप गाड़ियों में भरकर यह सामग्री पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए रवाना की गई।
अधिकारियों की मौजूदगी में रवाना हुई सामग्री
गाड़ियों को रवाना करने के अवसर पर तहसीलदार, डीएसपी, एसएचओ समेत कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर मदरसे के मोहतमिम मौलाना मोइनुद्दीन भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह राहत सामग्री इंसानियत और भाईचारे की बेहतरीन मिसाल है, जो मुसीबत की घड़ी में लोगों को एक-दूसरे के काम आने की प्रेरणा देती है।
इंसानियत का संदेश
स्थानीय निवासियों ने इस अभियान को आपसी सौहार्द और मानवता का प्रतीक बताया। उनका कहना था कि कठिन हालात में इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है और ज़रूरतमंदों की मदद करना ही असली इबादत है। लोगों ने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद करना केवल एक सामाजिक दायित्व ही नहीं बल्कि मानवीय कर्तव्य भी है।
पंजाब के लिए राहत की उम्मीद
बाढ़ ने पंजाब के कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। खेतों की फसलें बर्बाद हुई हैं, घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और लोगों के जीवन पर गहरा असर पड़ा है। ऐसे समय में पंचकूला से भेजी गई यह राहत सामग्री प्रभावित परिवारों के लिए बड़ी राहत साबित होगी।
स्थानीय प्रशासन ने भी ग्रामीणों और संस्थानों की इस पहल की सराहना की और कहा कि यह अभियान आपसी सहयोग और सामूहिक जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि भेजी गई सामग्री को सही समय पर सही लोगों तक पहुँचाया जाएगा।
सामूहिक प्रयास की मिसाल
गांव और क्षेत्र के लोगों ने बताया कि यह राहत सामग्री केवल सामान ही नहीं बल्कि भाईचारे का संदेश लेकर जा रही है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई संकट आता है, तो समाज को मिलकर खड़ा होना चाहिए। इस तरह के प्रयासों से प्रभावित लोगों को उम्मीद और सहारा मिलता है।