युवा अकाली दल अध्यक्ष सरबजीत सिंह झींजर ने आप की विशेष विधानसभा सत्र को बताया पंजाब के साथ महंगा मज़ाक
सिर्फ 11 मिनट में स्थगित हुआ विधानसभा सत्र, कोई चर्चा नहीं हुई: झींजर
कानून व्यवस्था और किसानों के मुद्दों पर जवाबदेही से भाग रही है आप सरकार: YAD प्रमुख
Priyanka Thakur
युवा अकाली दल के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल की कार्यकारिणी के सदस्य सरबजीत सिंह झींजर ने आज आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा बुलाए गए दो दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र पर गंभीर सवाल उठाए।
आम आदमी पार्टी ने दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया और उसका पहला दिन महज़ 11 मिनट में समाप्त कर दिया गया, जिसमें केवल शोक प्रस्ताव ही पढ़े गए।
सरबजीत सिंह झींजर ने कहा, “जब पंजाब को जरूरी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा के लिए एक लंबा सत्र चाहिए था — जैसे कि बिगड़ती कानून व्यवस्था, किसानों की ज़मीन को लूटने वाली लैंड पूलिंग पॉलिसी, खराब होती स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य कई समस्याएं — तब भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार इस तरह से जवाबदेही से भाग रही है। पहले दिन की कार्यवाही सिर्फ 11 मिनट में खत्म कर ₹2 करोड़ की जनता की गाढ़ी कमाई को बर्बाद कर दिया गया। यह पूरी तरह अस्वीकार्य है।”
झींजर ने यह भी सवाल उठाया कि शोक प्रस्ताव के बाद कोई कार्य क्यों नहीं हुआ। “अगर सरकार कल पवित्र ग्रंथों की बेअदबी से जुड़े बिल को लाने जा रही है, तो आज ज़ीरो ऑवर क्यों नहीं रखा गया ताकि विधायक सरकार से प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर सवाल कर सकें?”
उन्होंने कहा कि पंजाब की ज़रूरत एक कम से कम सात दिन का विधानसभा सत्र है। “यह दो दिन का नाटक जनता को धोखा देने की कोशिश है। पंजाब की जनता जवाब चाहती है, लेकिन भगवंत मान सरकार सवालों से डर रही है।”
झींजर ने कहा, “विधानसभा का एक दिन सरकार को लगभग ₹2 करोड़ का खर्च पड़ता है। जनता का पैसा ऐसे बर्बाद क्यों किया जा रहा है? सरकार सवालों से भाग क्यों रही है?”
उन्होंने राज्य में दिन-ब-दिन बिगड़ती कानून व्यवस्था पर भी चिंता जताई। “हर दिन खुलेआम हत्याएं हो रही हैं। व्यापारी गोली मारे जा रहे हैं, फिरौती के कॉल खुलेआम मिल रहे हैं और अपराधियों में कोई डर नहीं है। हाल ही में पंजाब के उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश में ₹15,000 करोड़ से अधिक का निवेश करने का ऐलान किया है, जो स्पष्ट संकेत है कि वे पंजाब छोड़ने को तैयार हैं क्योंकि आप सरकार उन्हें सुरक्षित माहौल देने में पूरी तरह नाकाम रही है।”
झींजर ने सरकार की विवादास्पद लैंड पूलिंग पॉलिसी की भी कड़ी आलोचना की। “इस नीति के ज़रिए सरकार हमारे किसानों की ज़मीन हड़पना चाहती है, जबकि किसान वर्ग ने इसका कड़ा विरोध किया है।”
उन्होंने कहा कि पंजाब का हर वर्ग इस सरकार से नाखुश है। “चाहे किसान हों, व्यापारी, युवा हों या कर्मचारी — हर कोई निराश है। लेकिन मान सरकार ज़मीन पर कोई असली काम करने के बजाय सिर्फ प्रचार में व्यस्त है।”