सिरसा जिला में नशे का जाल लील रहा है युवाओं की जिंदगी, भाजपा सरकार के दावे पूरी तरह विफल: कुमारी सैलजा
जहां पर मेडिकल स्टोर्स पर खुलेआम बिक रहा है नशा, उन गांवों को नशा मुक्त कर चुका है प्रशासन
चंडीगढ़, 13 अक्तूबर।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश में बढ़ते नशे को लेकर गंभीर नहीं है। अधिकारियों की ओर से पेश नशा मुक्ति के आंकड़ों पर भरोसा कर बैठ गई है जबकि प्रदेश के किसी न किसी जिला में रोजाना से या नशे की ओवरडोज से मौत हो रही है। प्रदेश के कुल 22 जिलों में से 16 जिले बुरी तरह नशे की चपेट में हैं, जिसमें सिरसा पहले नंबर पर है। जहां नशे के कारण हो रही मौत के मामले थम नहीं रहे हैं।
मीडिया को जारी बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि सिरसा जिला में शहर सिरसा, डबवाली, कालांवाली, रोडी, रानियां, चौपटा क्षेत्र नशे की गिरफ्त में है। नशा अब गांव तक पहुंच चुका है। कहीं सिंथेटिक नशा तो कहीं चिट्टे का नशा पहुंच चुका है। हरियाणा सरकार नशा रोकने में पूरी तरह से फेल हुई है। भाजपा सरकार न तो नशे की चेन को तोड़ पा रही है, न ही सरकार ने युवाओं का नशा छुड़वाने के लिए और न ही नौकरी के लिए कोई ठोस इंतजाम किया है। पिछले कुछ माह से डबवाली और आसपास के क्षेत्रों में तेजी से फैल रहे नशे के जाल ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है। पिछले 40 दिनों में 15 युवाओं की असमय मौतें इस भयावह स्थिति का प्रमाण हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब मेडिकल स्टोर्स पर खुलेआम नशा बेचा जा रहा है, तब भी भाजपा सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह मूकदर्शक बने हुए हैं। यह स्थिति न केवल प्रशासन की लापरवाही का परिणाम है, बल्कि पूरी भाजपा सरकार की असफलता का प्रतीक भी है। सांसद ने कहा कि नशा माफिया खुलेआम सक्रिय हैं, और कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। ड्रग कंट्रोल विभाग के प्रमुख पद महीनों से रिक्त हैं यह सरकार की नीयत और गंभीरता दोनों पर सवाल उठाता है।
सांसद ने कहा कि सिरसा जिला में करीब 1700 मेडिकल स्टोर है, इनकी संख्या को देखते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या कम है। जब तक मेडिकल स्टोर्स की नियमित जांच नहीं होगी मेडिकल नशे की बिक्री पर रोक नहीं लग सकती। सरकार दावा करती है कि प्रदेश में 162 नशा मुक्ति केंद्र है और 3350 गांवों और शहरों के करीब 900 वार्डो को नशा मुक्त किया जा चुका है, सिरसा में करीब 180 गांवों को नशा मुक्त करने की बात कही जा रही है जबकि धरातल पर ऐसा दिख नहीं रहा है। अगस्त माह में सीएम ने इन नशा मुक्त गांवों का पुनर्मूल्यांकन करने को कहा था। कुमारी सैलजा ने कहा कि सिरसा, डबवाली, कालांवाली और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में नशे की गिरफ्त में आकर अनेक परिवार उजड़ रहे हैं। माता-पिता अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार की आंखों पर सत्ता का पर्दा पड़ा हुआ है। भाजपा के शासन में नशा माफिया और अपराधी बेखौफ हैं, जबकि जनता भय और असुरक्षा में जी रही है। सांसद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को विधानसभा और संसद दोनों में मजबूती से उठाएगी और नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति लागू करने की मांग करेगी।
सांसद कुमारी सैलजा ने सरकार से मांग की हैै कि ड्रग कंट्रोल विभाग के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए, सभी मेडिकल स्टोर्स की जांच उच्च स्तरीय टीम द्वारा की जाए, नशा बेचने वाले और उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, नशा मुक्ति अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाया जाए। नशे से मरने वालों की संख्या सिर्फ़ मौतों का आंकड़ा नहीं, यह हमारी व्यवस्था की नाकामी और सरकार की संवेदनहीनता का दर्पण है। बच्चों और युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के स्तर पर उन्हें जागरूक किया जाए, मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाए।