हरियाणा में बढ़ता नशा, बेरोजगारी और अपराध चिंता का विषय: सैलजा
-व्यापारी, किसान, पत्रकार और यहां तक कि टोल प्लाजा कर्मचारी भी सुरक्षित नहीं
-सरकार को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार सृजन, नशा मुक्ति अभियान और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए व्यापक योजना बनानी चाहिए
चंडीगढ़, 18 नवंबर।
हरियाणा आज गंभीर सामाजिक और सुरक्षा चुनौतियों की गिरफ्त में है। बढ़ती बेरोजगारी, नशाखोरी और अपराध की घटनाओं ने न केवल आमजन के मन में भय का वातावरण बना दिया है, बल्कि प्रदेश की शांति और प्रतिष्ठा पर भी गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। यह बात अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने मीडिया को जारी एक बयान में कही। सांसद सैलजा ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों का मन इतना बढ़ गया है कि व्यापारी, किसान, पत्रकार और यहां तक कि टोल प्लाज़ा कर्मचारी भी उनकी धमकियों और रंगदारी के निशाने पर हैं। इस चिंताजनक स्थिति पर सरकार से नाराजग़ी व्यक्त करते हुए उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था की नाकामी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता का जीना दुश्वार हो चुका है, बेरोजगारी के चलते युवा नशे और अपराध की चपेट में तेजी से आ रहे हैं, जबकि सरकार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि नशा के सौदागर बेखौफ होकर नशे का धंधा कर रहे हैं। सिरसा जिले में भी नशा तेजी से फेल रहा है। उन्होंने कई बार इस बारे में सरकार व प्रशासन को अवगत करवाया है, लेकिन सरकार का रवैया ढुलमुल वाला ही दिखाई दे रहा है।
कुमारी सैलजा ने सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की है। उनका कहना है कि सरकार को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार सृजन, नशा मुक्ति अभियान और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए व्यापक योजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन को सक्रिय और उत्तरदायी बनाते हुए अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यदि सरकार ने तुरंत ध्यान नहीं दिया तो हरियाणा का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। जनता अब बदलाव चाहती है, और प्रदेश की शांति और समृद्धि के लिए सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी ही होगी।


