Friday, November 21, 2025
Homeहरियाणापीएम-किसान निधि की 21वीं किस्त जारी - हरियाणा के 15.82 लाख किसानों के खातों में...

पीएम-किसान निधि की 21वीं किस्त जारी – हरियाणा के 15.82 लाख किसानों के खातों में आये 316.38  करोड़ रुपये

पीएम-किसान निधि की 21वीं किस्त जारी – हरियाणा के 15.82 लाख किसानों के खातों में आये 316.38  करोड़ रुपये

 

अन्नदाता को मज़बूतसशक्त और खुशहाल बनाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी

 

मूल्य संवर्धित फसलों और प्रोसेसिंग यूनिट्स की ओर बढ़ेंएग्री-टूरिज्मब्रांडिंग और फार्म-टू-फोर्क मॉडल अपनाएं – मुख्यमंत्री

 

स्वतंत्रता की शताब्दी तक आत्मनिर्भर और डिजिटल रूप से सुदृढ़ होगा किसान

चंडीगढ़, 19 नवंबर — प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु के कोयंबटूर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत देशभर के किसानों के खातों में 21वीं किस्त जारी की। इस अवसर पर हरियाणा के 15 लाख 82 हज़ार किसानों को 316 करोड़ 38 लाख करोड़ रुपए की राशि सीधे लाभार्थी खातों में हस्तांतरित की गई।

इस उपलक्ष्य में जिला पलवल में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों तथा सांसदों ने भाग लिया। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री के संबोधन का लाइव प्रसारण देखा और सुना गया।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री का 21वीं किस्त जारी करने के लिए आभार व्यक्त करते हुए बताया कि आज जिला पलवल के 74,299 किसानों के बैंक खातों में 14 करोड़ 86 लाख रुपए की राशि भेजी गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अब तक जारी 21 किस्तों के माध्यम से हरियाणा के किसानों को कुल 7,233 करोड़ 74 लाख रुपए की राशि प्रदान की जा चुकी है।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान को मज़बूत, सशक्त और खुशहाल बनाने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने  किसानों का आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती से आगे बढ़ते हुए मूल्य संवर्द्धित फसलों की ओर रुख करें, फार्म प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित करें, फार्म-टू-फोर्क मॉडल अपनाएं तथा एग्री-टूरिज़्म और ब्रांडिंग को बढ़ावा दें।

स्वतंत्रता की शताब्दी तक आत्मनिर्भर और डिजिटल रूप से सुदृढ़ होगा किसान

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए 4 स्तम्भों पर विशेष जोर दिया है। इनमें किसान, गरीब, महिला व युवा शामिल हैं। उनका मानना है कि हमारे प्रथम स्तम्भ किसान भाइयों की समृद्धि से ही इस संकल्प को पूरा किया जा सकता है। उनके इसी विजन को साकार करने के लिए हम हरियाणा में किसानों की खुशहाली और कृषि क्षेत्र को लाभकारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में हरियाणा ‘विकसित भारत–विकसित हरियाणा’ की दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2047 में जब भारत स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा, तब हमारा किसान आत्मनिर्भर, जल और पर्यावरण के प्रति सजग, डिजिटल रूप से सुदृढ़, वैश्विक बाजार से जुड़ा हुआ तथा उच्च गुणवत्ता एवं ब्रांडेड उत्पादन का प्रमुख केंद्र होगा।

मुख्यमंत्री ने किसान कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में किसान अब राष्ट्रीय नीति  के केंद्र बन चुके हैं। प्रदेश में जहाँ प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, वहीं राज्य सरकार बागवानी फसलों को परंपरागत फसलों के विकल्प के रूप में प्रोत्साहित कर रही है ताकि किसान फल और सब्जियों की ओर अधिक रुचि लें। उन्होंने बताया कि पराली प्रोत्साहन योजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,200 रुपये प्रति एकड़ कर दिया गया है। बागवानी किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई भावांतर भरपाई योजना के तहत पिछले 11 वर्षों में 30 हजार किसानों को 135 करोड़ रुपये की सहायता सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जहाँ किसानों की सभी फसलों की सरकारी खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाती है तथा फसल खरीद का भुगतान 48 घंटे के भीतर किसानों को प्राप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज युवा खेती को नवाचार और व्यवसाय के रूप में अपना रहे हैं। डिजिटल डेटा व्यवस्था के माध्यम से अब किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ सरल, पारदर्शी और तेज गति से उपलब्ध हो रहा है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसान हित में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएँ संचालित की जा रही – रणबीर गंगवा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री श्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि आज प्रधानमंत्री द्वारा किसानों के खातों में 21वीं किस्त के रूप में करोड़ों रुपये की राशि जारी की गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में किसान हित में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएँ संचालित की जा रही हैं, जिनका लाभ देशभर के किसान उठा रहे हैं।

कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव  पंकज अग्रवाल, जिला अध्यक्ष विपिन बैंसला, पूर्व विधायक जगदीश नायर, दीपक मंगला, प्रवीण डागर, पूर्व सांसद लेफ्टिनेंट जनरल डी पी वत्स, जिला परिषद चेयरमैन नरेंद्र, वाईस चेयरमैन उमेश सहित अन्य गणमान्य भी मौजूद रहे।

क्रमांक- 2025

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर से किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत जारी की 21वीं किस्त

 

देश का किसान अन्नदाता के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास का है निर्माता- मंत्री कृष्ण लाल पंवार

चंडीगढ़, 19 नवंबर— प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में आयोजित कार्यक्रम से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त के रूप में देश के 09 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रूपये जारी किए। इस दौरान सोनीपत में 21वीं किश्त जारी होने के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

श्री पंवार ने प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि देश का किसान केवल अन्नदाता ही नहीं, बल्कि राष्ट्र की आर्थिक मजबूती का वास्तविक निर्माता है। किसान की मेहनत और समर्पण के कारण ही देश आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने, कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक उपलब्ध करवाने और किसान को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस दौरान उपस्थित किसानों ने वर्चुवल माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का अभिभाषण भी सुना।

परंपरागत खेती की सीमाओं से बाहर निकलकर मूल्यवर्धन फसलों और आधुनिक कृषि पद्धतियों की ओर बढ़ाएं कदम

श्री पंवार ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब किसान परंपरागत खेती की सीमाओं से बाहर निकलकर मूल्यवर्धन फसलों और आधुनिक कृषि पद्धतियों की ओर कदम बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि आज कृषि क्षेत्र में नवाचार, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग तथा मार्केट-लिंक्ड फसलों को अपनाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। यदि किसान फलों, सब्जियों, औषधीय पौधों, बागवानी और उच्च गुणवत्ता वाली फसलों की ओर रुख करते हैं तो न केवल उनकी आय में कई गुना बढ़ोतरी होगी बल्कि कृषि क्षेत्र भी और अधिक सशक्त बनेगा। उन्होंने कहा कि आज कई राज्य और जिले मूल्यवर्धित खेती अपनाकर आर्थिक रूप से मजबूत हुए हैं और हरियाणा के किसान भी ऐसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करके नए अवसर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने किसानों को प्रेरित किया कि वे सरकारी योजनाओं और प्रशिक्षणों का लाभ उठाकर अपनी कृषि को नई दिशा दें, जिससे आने वाले समय में वे आत्मनिर्भर और समृद्ध बन सकें।

21वीं किस्त के जरिए प्रदेश के 15 लाख 81 हजार 908 किसानों के खातों में जारी हुए 316 करोड़ रुपये

विकास एवं पंचायत मंत्री ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को नियमित रूप से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे वे अपनी कृषि आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। उन्होंने कहा कि आज 21वीं किस्त के जरिए प्रदेश के 15 लाख 81 हजार 908 किसानों के खातों में 316 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है। अब तक केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों को इस योजना के तहत 21 किस्तों के जरिए 07 हजार 233 करोड़ रूपये आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।

किसानों की 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य

श्री पंवार ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है जो किसानों की 24 फसलों की खरीद एमएसपी पर करता है और फसल खरीदने के 48 घंटे में फसलों के दाम सीधा डीबीटी के माध्यम से किसानों के खातों में जारी किए जाते हैं। 11 साल के कार्यकाल के दौरान हमारी सरकार ने किसानों के खातों में एक लाख 65 हजार करोड़ रुपये उनके फसलों के दाम के रूप में भेजने का कार्य किया है। सरकार की इस पहल से किसानों को सुरक्षा प्रदान की गई है।

किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार ने चलाई अनेक योजनाएं

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत धान की बजाय अन्य फसल उगाने पर सरकार द्वारा 08 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है ताकि जल की बचत हो सके। उन्होंने कहा कि फसल खराब होने पर हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को 15 हजार रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा भी दिया जा रहा है। इसके अलावा पीएम फसल बीमा योजना के तहत हरियाणा के किसानों को पिछले 11 वर्षों में 15 हजार 627 करोड़ की मुआवजा राशि प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में प्राकृतिक खेती को भी बढ़ाया जा रहा है और प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।

क्रमांक— 2025

हरियाणा के 15 लाख 81 हजार 908 किसानों के खाते में कुल 316.38 करोड़ रुपये की राशि भेजी गई – कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा

 

चण्डीगढ़, 19 नवम्बर – कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आज तमिलनाडू से पीएम-किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी की है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने देशभर के 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 18,000 करोड़ रुपये सीधे भेजे हैं। इनमें से हरियाणा के 15 लाख 81 हजार 908 किसानों के खाते में कुल 316 करोड़ 38 लाख रुपये की राशि भेजी गई है।

श्री श्याम सिंह राणा ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के लाइव कार्यक्रम को यमुनानगर के कृषि विज्ञान केन्द्र, दामला में किसानों के साथ देखा।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यमुनानगर जिला के 58,547 किसानों के खाते में 11.71 करोड़ रुपए आए हैं। यह पीएम-किसान सम्मान निधि केवल एक वित्तीय सहायता नहीं है, बल्कि यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा हमारे देश के किसानों पर व्यक्त विष्वास का प्रतीक है। इस योजना के माध्यम से किसानों को हर साल तीन किस्तों में 6000 रुपये मिलते हैं, जो प्रधानमंत्री जी की अन्नदाताओं के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।

उन्होंने कहा कि मैं कृषि मंत्री होने के नाते, इस सहयोग के लिए हरियाणा के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। इस योजना के कारण किसानों में एक नया आत्मविष्वास और ऊर्जा का संचार हुआ है, जो उन्हें अपनी मेहनत के फल के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान करता है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक एक विकसित भारत का सपना देखा है, और इसके लिए चार प्रमुख स्तंभों की पहचान की है-किसान, गरीब, महिलाएं, और युवा। इन स्तंभों के माध्यम से ही हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस दृष्टि में किसानों की समृद्धि और उनकी खुशहाली अनिवार्य है।

क्रमांक – 2025

विकास कार्यों को समय अवधि के तहत चरणबद्ध तरीके से पूरा करें अधिकारी : श्याम सिंह राणा

 

चंडीगढ़ , 19 नवंबर-  हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा की अध्यक्षता में यमुनानगर में जिला खनिज प्रतिष्ठान (डीएमएफ) की बैठक हुई। उन्होंने जिला में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह विकास कार्यों को समय अवधि के तहत चरणबद्ध तरीके से पूरा करें। उनके साथ इस बैठक में यमुनानगर के विधायक भी घनश्याम दास अरोड़ा भी उपस्थित रहे।

श्री श्याम सिंह राणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने विभाग से संबंधित सभी कार्य 30 नवंबर तक पूर्ण कर लें तथा निर्माण कार्यों में प्रयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की भी निरंतर जांच व चैकिंग करें। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारी किसानों व आमजन के लिए आए बजट का पूरा इस्तेमाल करने के लिए इसका आंकलन कर लें  ताकि बजट लैप्स ना हो जाए।

उन्होंने रेडक्रॉस समिति को पंजीकृत किए गए पात्र दिव्यांग नागरिकों को ट्राई-साइकिल व कृत्रिम अंग तथा कानों की मशीन वितरित करने के लिए 5 लाख रुपये दिए।

कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा अब तक जो भी विकास कार्य करवाए गए है संबंधित अधिकारी उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) शीघ्र जमा करें ताकि आगे अन्य विकास कार्य किए जा सकें।

उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी हरियाणा सरकार की सभी नीतियों व योजनाएं को अमल में लाने के सारे उपाय करें ताकि आमजन को सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके उसके लिए जो भी मदद चाहिए उसके लिए हम तैयार हैं।

वर्तमान आधुनिक समय में देश-प्रदेश की लोक संस्कृति को बचाने काम कर रहे हैं कलाकार

 

विभिन्न राज्यों की कला के संगम के बीच कलाकारों ने दी शानदार नृत्यों की प्रस्तुति

 

पर्यटकों को देखने को मिल रहे हैं विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति के अलग-अलग रंग

 

चंडीगढ़, 19 नवंबर– कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर जहां एक ओर शिल्पकारों की अनोखी शिल्पकला को देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न राज्यों के नृत्यों के लम्हों को पर्यटक अपने मोबाइल में कैद करते हुए नजर आ रहे हैं। इन शिल्पकारों ने महोत्सव में पहुंचकर ब्रह्मसरोवर के पावन तट की फिजा को बदलने का काम किया है। महोत्सव में पहुंचने वाला हर पर्यटक इस महोत्सव के यादगार लम्हों को जी रहा है।

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला (एनजेडसीसी) द्वारा विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति को दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। इन कलाकारों द्वारा अपने-अपने राज्यों की लोक संस्कृति को अपने-अपने राज्यों की वेशभूषा में दिखाने का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं इन कलाकारों के साथ बह्मसरोवर के पावन तट पर पर्यटक नृत्य करते हुए नजर आ रहे हैं। विभिन्न राज्यों की कला के संगम के बीच कलाकार अपने-अपने राज्य की कला का बखूबी बखान कर रहे हैं। कलाकारों का कहना है कि आज के आधुनिक जमाने में भी उन्होंने अपनी कला को जिंदा रखा है, अपनी कला को विदेशों तक पहुंचा रहे हैं। विदेशों की धरती पर भी उनकी कला ने उनका नाम रोशन किया है। महोत्सव में कलाकारों द्वारा उत्तराखंड के छपेली, पंजाब के गटका, हिमाचल प्रदेश के गद्दी नाटी, राजस्थान के बहरुपिए, पंजाब के बाजीगर, राजस्थान के लहंगा नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी जा रही है।

यह कलाकार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर 5 दिसंबर तक लोगों को अपने-अपने प्रदेशों की लोक कला के साथ जोड़ने का प्रयास करेंगे। इस महोत्सव पर आने के लिए देश का प्रत्येक कलाकार आतुर रहता है। पर्यटकों को फिर से ब्रह्मसरोवर के तट पर लोक संस्कृति को देखने का अवसर मिल रहा है। उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र (एनजेडसीसी) की तरफ से विभिन्न राज्यों के कलाकार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंच चुके हैं। यह कलाकार लगातार अपनी लोक संस्कृति की छठा बिखेरने का काम करेंगे।

 

सैन्ट्रल सैक्टर स्कीम ऑफ स्कॉलरशीप फॉर कॉलेज एण्ड यूनिवर्सिटी स्टुडेंट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की बढ़ाई अन्तिम तिथि

चंडीगढ़ ,  19 नवम्बर -भारत सरकार के  शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत सैन्ट्रल सैक्टर स्कीम ऑफ स्कॉलरशीप फॉर कॉलेज एण्ड यूनिवर्सिटी स्टुडेंट (PM-USP CSSS) वर्ष 2025-26 के लिए ऑनलाइन आवेदन-पत्र भरने की अन्तिम तिथि मंत्रालय द्वारा 15 नवम्बर, 2025 निर्धारित की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 30 नवम्बर, 2025 कर दिया है। यह प्रक्रिया 02 जून, 2025 से आरम्भ हो चुकी है।

इस आशय की जानकारी देते हुए बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि इस स्कीम के लिए फ्रैश छात्रवृति के पात्र छात्र/छात्राओं की मैरिट कट ऑफ लिस्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाईट www.bseh.org.in  पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त रिन्यूवल के पात्र छात्र/छात्राएं शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के दिशा निर्देशानुसार आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में दिशा निर्देश National Scholarship Portal (www.scholarships.gov.in) पर उपलब्ध हैं।

उन्होंने बताया कि सभी महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों/संस्थानों (L-1) द्वारा फ्रैश व नवीनीकरण (रिन्यूअल) के ऑनलाइन छात्रवृति हेतु प्राप्त आवेदनों का अब 15 दिसम्बर, 2025 तक सत्यापन किया जाना है तथा राज्य नोडल अधिकारी (L-2) द्वारा 31 दिसम्बर, 2025 तक सत्यापन किया जाना है।

उन्होंने आगे बताया कि छात्रवृति के लिए पात्र छात्र/छात्राएं फ्रैश एवं प्रथम, द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ नवीनीकरण (रिन्यूअल) हेतु National Scholarship Portal (www.scholarships.gov.in) पर 31 नवम्बर, 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना सुनिश्चित करें। सभी महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों/संस्थानों को भी निर्देश दिए जाते हैं कि वे अपने स्तर पर छात्र/छात्राओं को आवेदन करने के लिए सूचित करते हुए ऐसे आवेदनों का शीघ्र-अतिशीघ्र ऑनलाइन सत्यापन करें ताकि समय पर छात्रवृति का भुगतान किया जा सके।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments