✍️ News Written By: Priyanka Thakur
चंडीगढ़ — हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि प्रदेश सरकार विदेश मंत्रालय के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2026 का आयोजन देश और विदेश दोनों स्तरों पर पहले से कहीं अधिक भव्य स्वरूप में करेगी। इस महोत्सव का उद्देश्य पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भगवद गीता के सार्वभौमिक संदेश को वैश्विक मंच तक पहुंचाना है।
चंडीगढ़ स्थित संत कबीर कुटीर में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती मेला प्राधिकरण और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2026 के अंतर्गत सरस और शिल्प मेला 5 दिसंबर से 25 दिसंबर 2026 तक आयोजित किया जाएगा, जबकि मुख्य कार्यक्रम 14 दिसंबर से 20 दिसंबर 2026 के बीच संपन्न होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महोत्सव के सभी कार्यक्रमों को भव्य और प्रभावी बनाने के लिए विस्तृत योजना तैयार की जाएगी। इसके तहत धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2026 में पहली बार हरियाणा के प्रमुख और बड़े मंदिरों में भी गीता महोत्सव से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे जनभागीदारी और आध्यात्मिक चेतना को और मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इससे पहले गीता महोत्सव के कार्यक्रम कुरुक्षेत्र के 48 कोस तीर्थों तक सीमित थे, लेकिन अब इसे राज्यव्यापी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार दिया जाएगा। बैठक से पूर्व मुख्यमंत्री ने गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के साथ आयोजन को लेकर विस्तृत चर्चा भी की।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने मुख्यमंत्री को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और बोर्ड के सदस्य भी उपस्थित रहे।


