चंडीगढ़:
पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए ‘विकसित भारत – रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण)’ यानी वीबी-जी राम जी बिल को “महात्मा गांधी का दूसरा कत्ल” करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह बिल गारंटीशुदा रोजगार की मूल भावना को खत्म कर गरीबों और मजदूरों को गुमराह करने की एक संकुचित राजनीतिक चाल है।
16वीं पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान सरकारी प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार “मुंह में राम-राम और बगल में छुरी” की नीति पर काम कर रही है। नाम में ‘राम जी’ जोड़कर गरीबों की भावनाओं से खेलने की कोशिश की जा रही है, जबकि वास्तविकता में यह योजना मांग आधारित रोजगार व्यवस्था को समाप्त कर नौकरशाही के हाथों में सौंपने की साजिश है।
उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था में ग्राम सभाओं के अधिकार छीने जा रहे हैं और गांवों को ए, बी और सी श्रेणियों में बांटकर बड़ी आबादी को रोजगार गारंटी से बाहर करने की तैयारी है। डॉ. बलबीर सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार केवल चुनावी राज्यों को ही फंड दे रही है, जबकि पंजाब जैसे राज्यों को वर्षों से निर्माण सामग्री और आवश्यक संसाधनों से वंचित रखा गया है।
उन्होंने किसान आंदोलन का उल्लेख करते हुए चेतावनी दी कि जिस तरह किसानों ने कृषि कानूनों को रद्द करवाया, उसी तरह गरीब-विरोधी नीतियों के खिलाफ भी देश-व्यापी संघर्ष किया जाएगा।


