हरियाणा विधानसभा में भिवानी की बेटी के मामले पर जोरदार हंगामा, सीएम बोले- कानून व्यवस्था पर चर्चा को तैयार
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में आज कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस ने भिवानी की बेटी मनीषा की मौत के मामले और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर काम रोको प्रस्ताव के तहत चर्चा की मांग की। कांग्रेस विधायक हाथों में “बेटी बचाओ” के बैनर लेकर स्पीकर की वेल तक पहुँच गए और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। विधानसभा में माहौल गर्माने पर स्पीकर ने कई बार विधायकों से अपनी सीट पर जाने की अपील की, लेकिन हंगामा शांत नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सदन में विपक्ष की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “कानून व्यवस्था पर उठाए गए मुद्दे पर हम चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।” सीएम ने भिवानी की बेटी के मामले का ज़िक्र करते हुए बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि उनके शासनकाल में तो एफआईआर तक दर्ज नहीं होती थी, जबकि हमारी सरकार हर मामले में कार्रवाई सुनिश्चित करती है।
वहीं, कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सीएम के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके समय में ही हर मामले में एफआईआर दर्ज करने की शुरुआत हुई थी। उन्होंने सीएम पर पलटवार करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार विपक्ष की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रही है।
इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की और सरकार पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायकों के शोरगुल और विरोध प्रदर्शन के कारण विधानसभा की कार्यवाही एक बार फिर 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भिवानी की मनीषा की मौत का मुद्दा आने वाले समय में हरियाणा की राजनीति का बड़ा विषय बन सकता है। कांग्रेस इस मामले को महिलाओं की सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जोड़कर जनता के बीच ले जाने की रणनीति बना रही है, वहीं सरकार इसे राजनीतिकरण करने का आरोप लगाकर विपक्ष को घेर रही है।


