नई दिल्ली, 8 सितंबर – संसद परिसर में भाजपा और एनडीए सांसदों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। इस कार्यशाला में सांसदों को उपराष्ट्रपति चुनाव और संसदीय कार्यप्रणाली से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
कार्यशाला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए और सबसे पीछे की पंक्ति में आम कार्यकर्ता की तरह बैठकर सांसदों के साथ समय बिताया। इस gesture से कार्यशाला में समावेशिता और खुले संवाद का माहौल बना।
रविवार को आयोजित विशेष प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों के साथ लंबी बातचीत की और उन्हें सफलता का मंत्र दिया। उन्होंने सांसदों को संसदीय प्रभावशीलता को मजबूत करने, निर्वाचन क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने और सार्वजनिक जीवन में नैतिक मानकों को बनाए रखने की सलाह दी।
ऑनलाइन गेमिंग कानून पर चर्चा
सूत्रों के अनुसार, कार्यशाला का एक प्रमुख विषय ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे एक गंभीर सामाजिक चुनौती बताया और सांसदों से आग्रह किया कि वे इस प्रतिबंध और इसके उद्देश्यों के बारे में जागरूकता फैलाएं।
उन्होंने खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देने को कहा, जहां जानकारी की कमी परिवारों के लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर रही है। प्रधानमंत्री ने सांसदों से आह्वान किया कि वे समुदायों को नशे के खतरों और नए कानून की जरूरत के बारे में शिक्षित करने में अग्रणी भूमिका निभाएं।