इस समय, दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए यह एक गंभीर चुनौती बन चुका है।भारत ने भी इस बढ़ते संघर्ष पर चिंता जताई है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।आज, 13 जून 2025 को, इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। इजरायल ने तेहरान में ईरान के परमाणु ठिकानों पर प्री-एंप्टिव हमला किया, जिसके बाद ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन हमले किए। इससे पहले, इजरायल की गुप्तचर एजेंसी मोसाद ने तेहरान में एक सर्जिकल स्ट्राइक की, जिसमें कई ईरानी परमाणु वैज्ञानिक और मिसाइल केंद्रों को निशाना बनाया गया।
हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख होसैन सलामी की मौत की भी खबर है, जिसे इजरायल के ऑपरेशन “राइजिंग लायन” के तहत अंजाम दिया गया। इसके बाद, ईरान ने 100 से अधिक विस्फोटक ड्रोन इजरायल की ओर भेजे, और बैलिस्टिक मिसाइलों का भी इस्तेमाल करने की संभावना जताई है।
इजरायल के इस कदम को समर्थन दिया है, जबकि ईरान ने आरोप लगाया है कि अमेरिका ने इजरायल को इस हमले में सहायता की है। और खबरे पढे