हरियाणा सहित उत्तर भारत में बाढ़ राहत कार्यों में गहनता से तेज़ी लाई जाए: कु़मारी सैलजा
चंडीगढ़़, 03 सितंबर।
Priyanka Thakur
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग और राज्य स्तर की रिपोर्टों के अनुसार इस वर्ष हरियाणा में भारी वर्षा और नदियों के उफान के कारण गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। यह वक्त राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नहीं, बल्कि राहत और बचाव कार्यों को मिशन मोड पर चलाने का है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी हर संभव सहायता के लिए हमेशा प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है।
मीडिया को जारी बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि हरियाणा के 12 जिलों में लगभग 1,385 गांव बाढ़ की चपेट में आए हैं । इन प्रभावित क्षेत्रों में लगभग 1,60,695 हेक्टेयर फसलभूमि जलमग्न हो चुकी है, जिससे व्यापक रूप से खेती प्रभावित हुई है । इस त्रासदी की वजह से अब तक कम से कम 26 लोगों की मृत्यु हुई है, और कई लोग जल-जनित बीमारियों जैसे त्वचा रोग, सांप के काटने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से प्रभावित हुए हैं। विशेष रूप से रोहतक जिले के महम क्षेत्र में दर्जनों गांवों में सैकड़ों एकड़ फसल डूब गई है- कुछ ग्रामीणों ने 1,000 एकड़ तक ज़मीन बाढ़ में डूब जाने की बात कही है । जींद जिला में जुलाई-अगस्त के दौरान वर्षा में पिछले तीन वर्षों में 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई (2025 में 1,857 मिमी बनाम 2023 में 1,347 मिमी), जिससे गांवों में जलभराव और फसल नुकसान की परिस्थितियां गहराई हैं जैसे जुलाना में लगभग 12 गांव जलमग्न और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक नुकसान ।
कुमारी सैलजा ने कहा कि यह वक्त राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नहीं, बल्कि राहत और बचाव कार्यों को मिशन मोड पर चलाने का है। उन्होंने केंद्र और हरियाणा सरकार, से तत्काल कदम उठाने की मांग करते हुए कहा है कि तत्काल विशेष राहत पैकेज की घोषणा हो, जिसमें प्रभावित परिवारों एवं किसानों को मदद मिल सके, बाढ़ प्रभावित जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, गुरुग्राम, रोहतक, करनाल, पानीपत, जिंद आदि में फौरन मेडिकल कैंप और राहत शिविर स्थापित किए जाएं, किसानों को हुए फसल नुकसान का त्वरित मुआवजा दिया जाए, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां सबसे ज्यादा असर हुआ है (जैसे रोहतक मेहम क्षेत्र, जिंद जिला), क्षतिग्रस्त घरों की रिपेयर या पुनर्निर्माण योजना और बेघर परिवारों के लिए विशेष पुनर्वास योजना तुरंत लागू हो और बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीने का पानी, खाद्यान्न, दवाइयां और पशुओं के चारे की पर्याप्त और निरंतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि जलभराव की समस्या को लेकर सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि केवल मौके पर पंप लगाकर पानी निकालना इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। शहर को भविष्य में जलभराव की त्रासदी से बचाने के लिए दीर्घकालिक योजना की जरूरत है। सांसद ने कहा कि पुराने सीवर नेटवर्क को बदलकर आधुनिक और चौड़े पाइप लगाए जाएं, ताकि तेज बारिश का पानी भी तुरंत निकल सके, नगर परिषद को वर्षा ऋतु से पहले सभी नालियों और सीवर लाइनों की सफाई का विशेष अभियान चलाना चाहिए, सिरसा शहर के लिए वैज्ञानिक ड्रेनेज मास्टर प्लान तैयार किया जाए जिसमें वर्षा जल के लिए अलग नालों की व्यवस्था हो, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर जोर दिया जाए, शहर के सार्वजनिक स्थानों, पार्कों और स्कूलों में वर्षा जल संचयन की व्यवस्था की जाए ताकि पानी जमीन में समा सके, बरसाती नालों और जल निकासी मार्गों पर हुए अतिक्रमण को हटाया जाए।