GST 2.0 India Live: नवरात्रि से लागू हुई नई दरें, कांग्रेस बोली- डेढ़वां अवतार, जानें क्या बोले नेता और उपभोक्ता
नई दिल्ली। देशभर में लंबे इंतजार के बाद आज से गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) के नए नियम लागू हो गए हैं। केंद्र सरकार ने इसे GST 2.0 नाम दिया है। नवरात्रि के पहले दिन से लागू हुई इस नई टैक्स प्रणाली में अब केवल दो ही स्लैब होंगे—5% और 18%। सरकार का दावा है कि इस बदलाव से आम उपभोक्ताओं और कारोबारियों दोनों को राहत मिलेगी, वहीं विपक्ष ने इस पर सवाल खड़े किए हैं।
नई दरों से क्या हुआ सस्ता?
नई दरों के लागू होने के साथ ही रसोई से जुड़ी वस्तुएं, कई जीवनरक्षक दवाइयाँ, कपड़े, घर बनाने का सामान, गाड़ियाँ, बीमा उत्पाद और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे टीवी-एसी सस्ते हो गए हैं। दूध के टेट्रापैक, रोटी, खाखरा, कुछ शिक्षा सामग्री और 33 से अधिक जीवनरक्षक दवाओं को पूरी तरह जीएसटी से मुक्त कर दिया गया है। सरकार का कहना है कि इस बदलाव का सीधा फायदा आम आदमी तक पहुँचेगा और इस पर केंद्र और राज्य सरकारें कड़ी निगरानी रख रही हैं।
सरकार का दावा: “बड़ी राहत और सरल टैक्स”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि नवरात्रि के शुभ अवसर पर मोदी सरकार ने माताओं और बहनों को बड़ा उपहार दिया है। उन्होंने कहा कि 390 से अधिक वस्तुओं पर टैक्स में ऐतिहासिक कमी की गई है, जिससे आम जनता की बचत बढ़ेगी।
भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे “बचत उत्सव” बताया और कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान की कीमतें घटेंगी। उनके मुताबिक यह किसानों, महिलाओं, बच्चों और युवाओं के लिए भी बड़ी राहत है।
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी दरें कम होने से वस्तुओं के दाम 15-20% तक घटेंगे। वहीं भाजपा नेता योगेंद्र चंदोलिया का कहना है कि दुकानदारों की समस्याएं कम होंगी और महंगाई पर नियंत्रण मिलेगा।
कांग्रेस का हमला: “यह डेढ़वां अवतार”
वहीं कांग्रेस ने इस फैसले को लेकर सरकार को घेरा। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि यह पूरा सुधार नहीं है बल्कि “डेढ़वां अवतार” है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या दरों में कटौती का वास्तविक लाभ उपभोक्ताओं तक पहुँचेगा। रमेश का आरोप है कि सरकार हर चीज को उत्सव बनाकर असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
उपभोक्ताओं की राय
नई दरों पर आम लोगों की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आई हैं। उपभोक्ता वीके बघेल ने कहा कि इसका असर धीरे-धीरे दिखेगा। दुकानदार नावेद ने सरकार के कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह काम पहले ही होना चाहिए था।
कंपनियों ने घटाई गाड़ियों की कीमतें
ऑटो सेक्टर पर भी इसका असर साफ दिखा है। मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा, हीरो, बजाज और होंडा जैसी कंपनियों ने अपने वाहनों की कीमतें घटा दी हैं। अब 3.50 लाख रुपये में कार और 55,000 रुपये में बाइक खरीदी जा सकती है। मारुति ने अपनी कारों पर 1.29 लाख रुपये तक की छूट दी है, जबकि टाटा की टिएगो कार अब 4.57 लाख रुपये से शुरू हो रही है।
सोने-चांदी पर असर नहीं
हालांकि सोना और चांदी पर जीएसटी की पुरानी 3% दर बरकरार रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इन धातुओं को अलग श्रेणी में रखा जाता है, इसलिए इस सुधार का असर इनकी कीमतों पर नहीं पड़ेगा।
भाजपा का ‘जीएसटी सेविंग्स फेस्टिवल’
भाजपा ने इसे जनता तक पहुँचाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। 22 से 29 सितंबर तक पूरे देश में “जीएसटी सेविंग्स फेस्टिवल” मनाया जाएगा। इस दौरान सांसद अपने क्षेत्रों में पदयात्रा करेंगे और लोगों को बताएंगे कि इस सुधार से उन्हें क्या लाभ होगा।
पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के साथ जीएसटी सुधारों को जोड़ते हुए कहा कि यह “बचत उत्सव” स्वदेशी के मंत्र को नई ऊर्जा देगा। उन्होंने जनता से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में साथ आने की अपील की।
निष्कर्ष
जीएसटी 2.0 को सरकार एक बड़ा और ऐतिहासिक सुधार बता रही है, जबकि विपक्ष इसे अधूरा करार दे रहा है। अब देखना होगा कि वास्तव में आम उपभोक्ताओं और कारोबारियों को इस बदलाव का कितना लाभ मिलता है। फिलहाल, नवरात्रि के मौके पर शुरू हुआ यह “बचत उत्सव” जनता के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।