चंडीगढ़ — हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के समापन पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि 18 दिसंबर से शुरू हुए सत्र के दौरान चार बैठकों में करीब 23 घंटे तक सकारात्मक और सार्थक चर्चा हुई। इस दौरान विधानसभा ने 16 महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया, जो प्रशासनिक सुधार और जनहित को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम हैं।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र सिंह कल्याण, सत्ता और विपक्ष के सदस्यों, अधिकारियों, कर्मचारियों और पत्रकारों का सत्र के सुचारू संचालन के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान कांग्रेस का रवैया प्रदेश की 2 करोड़ 80 लाख जनता के प्रति उदासीन रहा। पूर्ण जनादेश से बनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना और चुनाव सुधारों पर चर्चा से भागना दुर्भाग्यपूर्ण है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस के नकारात्मक रवैये के खिलाफ सदन में निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। विपक्ष का वॉकआउट यह दर्शाता है कि वह जनहित के मुद्दों पर चर्चा से बच रही थी। सरकार ने हर प्रश्न का तथ्यात्मक और सकारात्मक जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जन विश्वास विधेयक के पारित होने से 42 राज्य अधिनियमों के तहत 164 छोटे-छोटे प्रावधानों को अपराध मुक्त किया गया है। इससे अनावश्यक मुकदमेबाजी कम होगी, नागरिकों और व्यापारियों पर अनुपालन बोझ घटेगा और ‘न्यूनतम सरकार–अधिकतम शासन’ की भावना साकार होगी।
सत्र में शिक्षा, चुनाव सुधार प्रक्रिया और वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने जैसे विषयों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव सुधार लोकतंत्र की शुद्धता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना और गरीब कल्याण से जुड़ी उपलब्धियों को भी रेखांकित किया।


