चंडीगढ़/अमृतसर, 9 सितंबर:
पंजाब में नशे के खिलाफ चल रही जंग को बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने नशा तस्करी करने वाले एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने सोनी सिंह उर्फ सोनी और उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से कुल 8.1 किलो हेरोइन बरामद हुई है।
डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब, गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी एक संगठित नार्को-टेरर सिंडिकेट का हिस्सा थे, जो पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से भारत में हेरोइन की बड़ी खेपें मंगाते थे। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी नेटवर्क में हेरोइन की खेपों को आगे बढ़ाने के लिए शहर के अलग-अलग होटलों का इस्तेमाल तस्करी डंप के रूप में करते थे।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिका
गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
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सोनी सिंह उर्फ सोनी – इस गिरोह का मुख्य तस्कर, जिसके खिलाफ पहले से एनडीपीएस एक्ट के 6 मामले दर्ज हैं। हाल ही में वह जेल से बाहर आया था।
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गुरसेवक सिंह – मुख्य सप्लायर, जिसके पास से 8.037 किलो हेरोइन बरामद की गई।
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विशालदीप सिंह उर्फ गोला, गुरप्रीत सिंह और अर्शदीप सिंह – तीनों आरोपी अमृतसर के अजनाला इलाके के रहने वाले हैं और नेटवर्क में सप्लाई चेन को आगे बढ़ाने का काम करते थे।
पुलिस कमिश्नर (सीपी) अमृतसर, गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि भरोसेमंद सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पहले सोनी सिंह को शहर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया। उसके पास से 150 ग्राम हेरोइन और नकद ड्रग मनी बरामद हुई। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसने पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए लगभग 30 किलो हेरोइन मंगाई थी।
सोनी के खुलासे पर पुलिस ने उसके साथी गुरसेवक सिंह को भी दबोच लिया। उसके कब्जे से 8.037 किलो हेरोइन बरामद हुई। आगे की जांच में पुलिस ने शेष तीन सहयोगियों – विशालदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह और अर्शदीप सिंह – को भी गिरफ्तार कर लिया।
नेटवर्क का ऑपरेशन और पुलिस की जांच
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह गिरोह पाकिस्तान से खेपें मंगवाने के बाद स्थानीय स्तर पर सप्लाई करने के लिए होटल और अन्य ठिकानों का इस्तेमाल करता था। पुलिस अब इस नेटवर्क के फाइनेंशियल चैन और बाकी हैंडलरों की पहचान करने में जुटी है। जांच में ड्रोन नेटवर्क की भी गहराई से पड़ताल की जा रही है।
सीपी गुरप्रीत भुल्लर ने कहा कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े और भी लोगों की गिरफ्तारी तथा बरामदगी होने की उम्मीद है। पुलिस अब इस पूरे मामले में स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े लिंक को खंगाल रही है।
केस दर्ज
इस कार्रवाई के बाद थाना छेहरटा, अमृतसर में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं 21-बी, 27-ए, 21-सी और 29 के तहत एफआईआर नंबर 177, दिनांक 06-09-2025 दर्ज की गई है।
पंजाब पुलिस का कहना है कि मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व में नशे के खिलाफ यह मुहिम लगातार जारी रहेगी और प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए ऐसे संगठित तस्करी नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जाएगा।