चंडीगढ़, 30 सितंबर:Priyanka Thakur
पंजाब पुलिस के कम्युनिटी अफेयर्स डिवीजन (सीएडी) ने एनजीओ जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन के सहयोग से आज स्टेट जुडिशियल अकादमी में मानव तस्करी अपराध की रोकथाम पर राज्य स्तरीय परामर्श सत्र आयोजित किया।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने उद्घाटन भाषण में कहा कि मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है, जिसमें कमजोर और पिछड़े वर्ग के लोगों को आर्थिक लाभ के लिए निशाना बनाया जाता है। उन्होंने अंतर्राज्यीय और अंतर-एजेंसी सहयोग की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया।
विशेष डीजीपी (सीएडी) गुरप्रीत दियो ने कहा कि भारत में मानव तस्करी विरोधी कानून मजबूत हैं, लेकिन उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता, एजेंसियों के बीच तालमेल और अपराधियों के खिलाफ समय पर कानूनी कार्रवाई अत्यंत जरूरी हैं।
कार्यक्रम में विशेष डीजीपी रेलवे शशि प्रभा, खड़गपुर और अंबाला के रेलवे सुरक्षा डिविजनल कमिश्नर, एसपी सिविल राइट्स राजस्थान हर्षवर्धन अग्रवाला, पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल, और पंजाब राज्य बाल आयोग की चेयरपर्सन कंवरदीप सिंह सहित विभिन्न अधिकारियों ने भाग लिया।
स्पेशल डीजीपी साइबर क्राइम वी. नीरजा ने मानव तस्करी से निपटने में साइबरस्पेस की भूमिका पर चर्चा की। इस सत्र में हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और यूआईडीएसी चंडीगढ़ के क्षेत्रीय कार्यालय के पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।
इस परामर्श सत्र का उद्देश्य मानव तस्करी अपराधों को रोकने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं के बीच सहयोग को सुदृढ़ करना और प्रदेश में सुरक्षा उपायों को मजबूत करना है।