चंडीगढ़, 7 अक्तूबर 2025:Priyanka Thakur
पंजाब राज्य स्वच्छ, पर्यावरण हितैषी और किफायती नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह बात पंजाब सरकार के बिजली, उद्योग एवं वाणिज्य तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री संजीव अरोड़ा ने चंडीगढ़ में आयोजित एक बैठक में कही।
यह बैठक पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) और इन्वेस्ट पंजाब के सहयोग से आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों को आगामी सौर एवं नवीकरणीय ऊर्जा निविदाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना था।
बैठक में देशभर की लगभग 30 अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों और डेवलपर्स ने भाग लिया। पीएसपीसीएल, इन्वेस्ट पंजाब और पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने डेवलपर्स के साथ संवाद किया और पंजाब की नवीकरणीय ऊर्जा नीतियों, निवेश सुविधा प्रक्रियाओं, और पारदर्शी प्रतिस्पर्धी बोली प्रणाली के बारे में जानकारी दी।
बैठक में पीएसपीसीएल ने अपने आगामी बोली कार्यक्रम की रूपरेखा साझा की, जिसमें निजी डेवलपर्स के लिए सौर और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश के अवसरों का विवरण दिया गया। इन पहलों का उद्देश्य राज्य को अपने रिन्यूएबल परचेज ऑब्लिगेशन (RPO) लक्ष्यों को प्राप्त करने, ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने और हरित ऊर्जा के माध्यम से सतत विकास को प्रोत्साहित करना है।
सत्र के दौरान डेवलपर्स ने भी अपने विचार साझा किए और परियोजनाओं की स्वीकृति प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाने के सुझाव दिए। मंत्री संजीव अरोड़ा ने आश्वासन दिया कि टेंडरों में कोई सीलिंग टैरिफ नहीं लगाया जाएगा और डेवलपर्स को स्वयं ट्रांसमिशन लाइन सर्वेक्षण की सुविधा दी जाएगी, जिससे परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आएगी।
सभा को संबोधित करते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार निवेशकों को सहयोग देने और राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा,
“पंजाब स्वच्छ, हरित और किफायती नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह तैयार है। हमारा लक्ष्य उपभोक्ताओं को भरोसेमंद, किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली बिजली उपलब्ध कराना है।”
इस अवसर पर अजोय कुमार सिन्हा (आई.ए.एस.), प्रमुख सचिव (बिजली) और चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरेक्टर, पीएसपीसीएल ने भी कहा कि निगम नवीकरणीय बिजली खरीद के लिए एक पारदर्शी, कुशल और प्रतिस्पर्धी प्लेटफॉर्म प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि पीएसपीसीएल वर्तमान में 6,929 मेगावाट नवीकरणीय क्षमता का प्रबंधन कर रहा है, जिसमें से 2,760 मेगावाट सौर ऊर्जा है। इसके अतिरिक्त, 2,506 मेगावाट नई नवीकरणीय क्षमता, जिसमें 2,147 मेगावाट सौर ऊर्जा शामिल है, निर्माणाधीन या अनुबंधित है।
पीएसपीसीएल वर्ष 2030 तक 10,000 मेगावाट सौर क्षमता जोड़ने की योजना बना रहा है, जिसकी शुरुआत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 2,000 मेगावाट सौर और 1,000 मेगावाट डीआरई परियोजनाओं की निविदाओं से होगी।
कार्यक्रम में पीएसपीसीएल के निदेशक (जनरेशन) इंजीनियर हरजीत सिंह, निदेशक (टेक्निकल) इंजीनियर संजीव सूद, और मुख्य इंजीनियर (एनआरएसई एवं थर्मल डिज़ाइन) इंजीनियर इंदरजीत सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक के अंत में यह पुष्टि की गई कि पंजाब सरकार और पीएसपीसीएल मिलकर एक सशक्त नवीकरणीय ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेंगे, जो निवेश, नवाचार और रोजगार को बढ़ावा देगा और राज्य को स्वच्छ एवं हरित भविष्य की ओर अग्रसर करेगा।