Friday, October 31, 2025
Homeहरियाणाजनविरोधी निर्णय से गरीबों के इलाज पर पड़ा संकट: कुमारी सैलजा

जनविरोधी निर्णय से गरीबों के इलाज पर पड़ा संकट: कुमारी सैलजा

जनविरोधी निर्णय से गरीबों के इलाज पर पड़ा संकट: कुमारी सैलजा

 

कहा-सरकार ने यह जनविरोधी निर्णय वापस न लिया तो कांग्रेस जनता की आवाज जोरदार ढंग से उठाएगी

 

चंडीगढ़, 29 अक्तूबर।

 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा चिरायु हरियाणा योजना के अंतर्गत 11 गंभीर बीमारियों के इलाज को निजी (प्राइवेट) अस्पतालों से बंद कर केवल सरकारी अस्पतालों तक सीमित करने का निर्णय पूरी तरह से जनता-विरोधी और गरीब विरोधी है। सांसद ने कहा कि यदि सरकार ने यह जनविरोधी निर्णय वापस नहीं लिया तो कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज बनकर इस मुद्दे को संसद और सड़क दोनों स्तरों पर जोरदार ढंग से उठाएगी।

 

मीडिया को जारी बयान में सांसद सैलजा ने इस आदेश की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह फैसला गरीब और जरूरतमंद वर्ग के स्वास्थ्य अधिकारों पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह निर्णय बिना तैयारी और बिना वास्तविक स्थिति का आकलन किए लिया है। उन्होंने कहा कि आज हरियाणा के सरकारी अस्पतालों की स्थिति बेहद दयनीय है न तो पर्याप्त चिकित्सक हैं, न विशेषज्ञ डॉक्टर, और न ही गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक संसाधन। ऐसे में यह सवाल उठता है कि गरीब मरीज आखिर कहां जाएगा? कुमारी सैलजा ने विशेष रूप से कहा कि हरियाणा के घग्गर बेल्ट में पहले से ही कैंसर का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है, और हजारों गरीब परिवार इस बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे समय में सरकार द्वारा निजी अस्पतालों में इलाज बंद करना न केवल असंवेदनशीलता है बल्कि जीवन के अधिकार का हनन भी है।

 

कुमारी सैलजा ने कहा कि चिरायु हरियाणा योजना के तहत गरीब परिवारों को निजी अस्पतालों में घुटने, कूल्हे, हृदय, कैंसर, दुर्घटना और अन्य गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज मिल रहा था। अब सरकार के इस निर्णय से उन्हें गुणवत्तापूर्ण उपचार से वंचित कर दिया गया है और उन्हें फिर से लंबी कतारों, कमी और अव्यवस्था वाले अस्पतालों पर निर्भर होना पड़ेगा। सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार ऐसे फैसले ले रही है जो जनता के हितों के खिलाफ हैं। चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य या रोजगार का क्षेत्र हो हर दिशा में जनता के अधिकारों को सीमित किया जा रहा है। गरीब और मध्यम वर्ग के लिए यह सरकार पूरी तरह असंवेदनशील साबित हो चुकी है।

 

सांसद कुमारी सैलजा ने मांग की कि सरकार तुरंत इस निर्णय को वापस ले और चिरायु योजना के तहत गरीबों को पहले की तरह निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा पुन: बहाल करे। साथ ही, सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधारने, चिकित्सक भर्ती करने और गंभीर बीमारियों के लिए विशेष उपचार केंद्र स्थापित करने हेतु अतिरिक्त बजट जारी किया जाए। कुमारी सैलजा ने कहा कि यदि सरकार ने यह जनविरोधी निर्णय वापस नहीं लिया तो कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज बनकर इस मुद्दे को संसद और सड़क दोनों स्तरों पर जोरदार ढंग से उठाएगी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments