चंडीगढ़/बटाला, 14 नवंबर:News Desk
पंजाब में गैंगस्टर गतिविधियों के खिलाफ चल रहे सख्त अभियान के तहत बटाला पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में पुलिस की यह कार्रवाई बेहद अहम मानी जा रही है। बटाला पुलिस ने जग्गू भगवानपुरिया गिरोह से जुड़े विदेशी गैंगस्टर अमृत दालम के दो मुख्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो विदेशी .30 कैलिबर पिस्तौलें और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
इस बड़ी कार्रवाई की जानकारी पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विजय मसीह (निवासी सतकोहा, बटाला) और मलकित सिंह (निवासी नाहरपुर खदर, बटाला) के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है और इनके खिलाफ इरादा हत्या, NDPS एक्ट और आर्म्स एक्ट सहित कई मामले पहले से दर्ज हैं।
टारगेट किलिंग का काम सौंपा गया था
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपी गैंगस्टर अमृत दालम द्वारा दिए गए टारगेट किलिंग के काम को अंजाम देने की तैयारी में थे। उन्होंने कहा कि आरोपी मलकित सिंह पहले भी कई गंभीर मामलों में शामिल रहा है। अगस्त 2025 में कलानौर बस स्टैंड पर गैंगवार फायरिंग की घटना में मलकित की भूमिका सामने आई थी, जिसके बाद से वह फरार था।
पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश, संक्षिप्त मुठभेड़ में पकड़ा गया
डीआईजी (बार्डर रेंज) संदीप गोयल के अनुसार, कार्रवाई के दौरान आरोपी मलकित सिंह ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की और पुलिस पार्टी पर फायरिंग भी की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद काबू किया। मलकित सिंह को गोली लगी है और उसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
ऑपरेशन की जानकारी साझा करते हुए एसएसपी बटाला सुहैल कासिम मीर ने बताया कि पुलिस को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि गैंगस्टर अमृत दालम के गुर्गे किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। इस आधार पर पुलिस ने पहले विजय मसीह को गिरफ्तार किया, जिसके पास से .30 बोर की विदेशी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए।
विजय की पूछताछ में मलकित सिंह की लोकेशन का पता चला, जिसके बाद पुलिस टीम ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। मलकित सिंह एक खतरनाक अपराधी है और जग्गू भगवानपुरिया गिरोह व अमृत दालम नेटवर्क के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है।
दो एफआईआर दर्ज, जांच जारी
पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं—
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एफआईआर नंबर 156 (12.11.2025) — धारा 25 आर्म्स एक्ट
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एफआईआर नंबर 157 (13.11.2025) — बीएनएस की धाराएँ 109, 221, 132 तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25
डीजीपी ने बताया कि पूरे नेटवर्क की गहन जांच जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियों की संभावना है


