सार
गृहमंत्री ने कहा कि सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है। भारत अपने लोगों की सुरक्षा और संप्रभुता को बचाने के लिए दुश्मन को घर में घुसकर मारने में विश्वास रखता है।
विस्तार
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार अपने दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा, आतंकवाद के सफाए, घुसपैठ पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए राजभवन जम्मू में उच्च स्तरीय बैठक की। गृहमंत्री ने कहा कि सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है। भारत अपने लोगों की सुरक्षा और संप्रभुता को बचाने के लिए दुश्मन को घर में घुसकर मारने में विश्वास रखता है।
भयमुक्त हो अमरनाथ यात्रा
बैठक में अमरनाथ यात्रा भयमुक्त और सुरक्षित बनाने के लिए तैयार किए गए प्लान पर विस्तृत चर्चा हुई। यात्रा मार्ग पर सुरक्षाबलों की तैनाती, सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय, खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान और मजबूत सुरक्षा ग्रिड बनाने को कहा गया। गृहमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को अमरनाथ यात्रा को भयमुक्त और सुरक्षित बनाने का निर्देश दिया। सीमापार से घुसपैठ की हर कोशिश को विफल करने को कहा। भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान पाकिस्तान ने जम्मू संभाग के सीमावर्ती व शहरी इलाकों को निशाना बनाया था।
उपराज्यपाल ने दी विस्तृत जानकारी
उपराज्यपाल ने गृहमंत्री को पाकिस्तान की गोलाबारी में हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रभावित लोगों के लिए प्रशासन की ओर से उठाए गए कदमों से भी गृहमंत्री को अवगत करवाया। बीएसएफ के डीजी दलजीत चौधरी ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को पहुंचाए गए नुकसान और संघर्ष विराम के बाद की स्थिति से अवगत कराया। बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात, बीएसएफ डीजी दलजीत चौधरी, सीआरपीएफ व खुफिया एजेंसियों के अधिकारी शामिल रहे।


