कौन हैं कंचनप्रीत कौर? गैंगस्टर पति के केस में रातभर खुली कोर्ट, सुबह हुई रिहाई — अब लड़ेंगी जिला परिषद चुनाव
पंजाब के तरनतारन में शिअद नेता प्रिंसिपल सुखविंदर कौर रंधावा की बेटी कंचनप्रीत कौर को गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद रविवार सुबह करीब 4 बजे अदालत ने रिहाई का आदेश दिया। इस मामले की सुनवाई को लेकर कोर्ट पूरी रात खुली रही, जो अपने आप में बेहद दुर्लभ स्थिति है।
कंचनप्रीत कौर, गैंगस्टर अमृतपाल बाठ की पत्नी हैं। पंजाब पुलिस का दावा है कि उनके खिलाफ ऐसे सबूत मौजूद हैं, जो आपराधिक सिंडिकेट में उनकी “सक्रिय संलिप्तता” को साबित करते हैं।
पुलिस हाई कोर्ट जाएगी
तरनतारन पुलिस ने स्पष्ट किया कि वे अदालत के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील दाखिल करेंगे।
एसपी (इंवेस्टिगेशन) रिपुतपन सिंह ने कहा कि पुलिस कानून के तहत आगे की जांच जारी रखेगी और उनके पास पर्याप्त कानूनी आधार है।
रिहाई के तुरंत बाद राजनीतिक एंट्री
रिहा होते ही शिरोमणि अकाली दल ने कंचनप्रीत को बड़ा राजनीतिक मौका देते हुए जोन कसेल से जिला परिषद चुनाव लड़ाने का ऐलान कर दिया।
कंचनप्रीत ने कहा—
“कठिन समय में पार्टी ने मजबूती से साथ दिया, इसके लिए मैं सदैव ऋणी रहूंगी।”
पूर्व सीपीएस विरसा सिंह वल्टोहा ने बताया कि कंचनप्रीत ने पंजाब सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है और तरनतारन उपचुनाव में नेतृत्व भी किया था। इसी हिम्मत को देखते हुए पार्टी ने यह निर्णय लिया है।
श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेककर जताया आभार
रिहाई के बाद कंचनप्रीत कौर अमृतसर के श्री हरिमंदिर साहिब पहुँचीं।
उन्होंने गुरबाणी कीर्तन सुना और सरबत दे भले की अरदास की।
“गुरु साहिब की मेहर से ही हर संघर्ष लड़ने की शक्ति मिलती है।” —कंचनप्रीत


