पटियाला स्थित पुडा कार्यालय पर सरबजीत झिंझर के नेतृत्व में घनौर विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में किसान और पार्टी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए
युवा अकाली अध्यक्ष ने कहा कि अगर पंजाब को बचाना है, तो लोगों को शिरोमणि अकाली दल का झंडा थामकर खड़ा होना होगा
घनौर विधानसभा क्षेत्र से शिरोमणि अकाली दल के 5 हलकों के अध्यक्षों, गाँव के जत्थेदारों और वरिष्ठ नेताओं ने झिंझर के नेतृत्व वाले जत्थे को जयकारों के साथ रवाना किया
आप सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति के तहत शिरोमणि अकाली दल ने पटियाला स्थित पुडा कार्यालय के बाहर एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान युवा अकाली दल के अध्यक्ष सरबजीत झिंझर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान, पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए।
इस अवसर पर रैली को संबोधित करते हुए शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरबजीत सिंह झिंजर ने कहा कि अगर पंजाब को बचाना है तो हमें शिरोमणि अकाली दल का झंडा थामे सरदार सुखबीर सिंह बादल जी के पीछे खड़ा होना होगा क्योंकि वे किसानों की लड़ाई सबसे आगे लड़ रहे हैं।
सरबजीत सिंह झिंजर के नेतृत्व में आयोजित इस धरने में पटियाला जिले और घनौर विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में किसान, पार्टी कार्यकर्ता, 5 हलकों के अध्यक्ष, ग्राम प्रधान और नेता शामिल हुए और नारेबाजी की।
घनौर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों किसान नेता लगभग 40 बड़ी-छोटी बसों, सैकड़ों कारों और अन्य वाहनों में कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ नारेबाजी की और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब आज बुरे हालात में है। पंजाब 5 लाख करोड़ रुपये के कर्ज़ में डूबा हुआ है। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है और बिजली की लंबी-लंबी कटौती हो रही है। सबने मिलकर योजना बनाई कि डेढ़ साल में कैसे पैसा इकट्ठा किया जाए, इसलिए केजरीवाल ने दिल्ली के बिल्डरों के साथ बैठक की। लगभग तीस हज़ार करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ। बिल्डरों को पंजाब भर में घुमाया गया और वे डीसी और अधिकारियों के साथ गाँव-गाँव गए और उन्हें बताया कि हमें यह ज़मीन चाहिए। फिर सरकार ने एक अधिसूचना जारी की।
सुखबीर बादल ने लोगों से वादा किया कि चाहे हमें कितनी भी कुर्बानी देनी पड़े, हम किसानों की एक इंच भी ज़मीन नहीं छीनने देंगे।
उन्होंने कहा कि अब जब केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, तो भगवंत मान फ़ोटो खिंचवाने के लिए वहाँ मौजूद हैं।
नेताओं का कहना है कि यह नीति किसानों के अधिकारों पर सीधा हमला है और इससे कृषि और गाँवों के अस्तित्व को खतरा है।
सरबजीत सिंह झिंजर ने कहा कि “लैंड पूलिंग नीति किसानों की ज़मीन छीनने की साज़िश है। यह नीति किसानों की आजीविका पर सीधा हमला है। हम इस नीति को किसी भी हालत में लागू नहीं होने देंगे।”
झिंजर ने कहा कि आप सरकार लोगों की ज़मीन और उनके अधिकारों को लूटने पर तुली हुई है। उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर पर रात की तरह ही इन दबंग लोगों ने किसानों के तंबू उखाड़ दिए और ट्रॉलियाँ, सिलेंडर चुरा लिए। विरोध प्रदर्शन में अलग-अलग गाँवों से किसान बड़ी संख्या में शामिल होने आए।
झिंजर ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं में ज़बरदस्त जोश और जुनून देखा गया। घनौर विधानसभा क्षेत्र से आए जत्थेदारों ने “किसान एकता ज़िंदाबाद”, “लैंड पूलिंग बहाल करो”, “अकाली दल ज़िंदाबाद” जैसे नारों से पूरा माहौल गुंजायमान कर दिया। युवा अकाली दल के कार्यकर्ता झंडे लहराते हुए दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन को फिर से जीवंत करते नज़र आए। बुजुर्ग किसानों से लेकर युवाओं तक, हर चेहरे पर यह जुनून और दृढ़ संकल्प साफ़ दिखाई दे रहा था कि वे अपनी ज़मीन की रक्षा के लिए आख़िर तक लड़ने को तैयार हैं।
उपस्थित लोगों में हलका घनौर से मंडल अध्यक्ष सरदार गुरजिंदर सिंह जी, मास्टर दविंदर सिंह, अवतार सिंह संधू, लखविंदर सिंह घुमना जी, कुलदीप सिंह, जसबीर सिंह जस्सी, गुरबचन सिंह, गुरजंत सिंह और सभी युवा अकाली दल के कार्यकर्ता और अन्य शामिल थे।