Tuesday, July 1, 2025
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सीपीआर तकनीक सीखकर बचाई जा सकती है बहुमूल्य जानें: सहायक आयुक्त

उपायुक्त कार्यालय के कर्मचारियों के लिए सीपीआर प्रशिक्षण एवं लाइव कार्यशाला का आयोजन
सीपीआर तकनीक सीखकर बचाई जा सकती है बहुमूल्य जानें: सहायक आयुक्त
रूपनगर, 13 जून: डॉ. बीपीएस परमार के नेतृत्व में एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया ने रोटरी क्लब रूपनगर के सहयोग से जिला प्रशासनिक परिसर में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के कर्मचारियों के लिए सीपीआर प्रशिक्षण और लाइव कार्यशाला का आयोजन किया।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त (जी) स. अरविंदरपाल सिंह सोमल ने कहा कि कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक जीवन रक्षक तकनीक है जो दिल के दौरे जैसी आपातकालीन स्थितियों में बहुत महत्वपूर्ण है। यह चिकित्सा सहायता आने तक रक्त परिसंचरण और सांस को बनाए रखने में मदद करता है। सीपीआर तुरंत और सही तरीके से दिए जाने पर बचने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को प्राथमिक उपचार सीपीआर (कृत्रिम श्वास) तथा घायलों व जरूरतमंदों की देखभाल का यह प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिए ताकि घर, कार्यालय, सड़क पर दुर्घटना या संकट की स्थिति में पीड़ितों की जान बचाई जा सके।
इस अवसर पर डॉ. बी.पी.एस. परमार ने बताया कि 8 से 14 जून तक पूरे देश में एएसआई सर्जन सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण परमार अस्पताल में कंसल्टेंट एनेस्थिसियोलॉजी एवं क्रिटिकल केयर के पद पर कार्यरत डॉ. सुशील कुमार द्वारा दिया गया। वे बीएलएस एवं एएलएस ट्रेनर के रूप में प्रसिद्ध हैं।
इस अवसर पर जिला लोक संपर्क अधिकारी करण मेहता, रोटरी क्लब के अध्यक्ष कुलवंत सिंह, रोटरी क्लब की सचिव अरीना चाना तथा उपायुक्त कार्यालय के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।
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