समाचार लेखक: Naveen Kumar
पटियाला, 20 दिसंबर — पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि आने वाले वर्षों में पंजाब देश के विमानन उद्योग का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा। पटियाला फ्लाइंग क्लब में प्रशिक्षु पायलटों और एयरक्राफ्ट इंजीनियरों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विमानन उद्योग की जरूरतों के अनुरूप युवाओं को गुणवत्तापूर्ण, किफायती और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब विमानन क्षेत्र केवल अमीरों तक सीमित नहीं रहा। पटियाला फ्लाइंग क्लब में पायलट प्रशिक्षण पर लगभग 50 प्रतिशत सब्सिडी देकर सरकार ने इस क्षेत्र में एकाधिकार को तोड़ा है। जहां निजी संस्थानों में पायलट बनने की लागत 40–45 लाख रुपये तक जाती है, वहीं पटियाला फ्लाइंग क्लब में यह खर्च घटकर 22–25 लाख रुपये रह गया है। इससे किसान, दुकानदार, शिक्षक और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चे भी ऊंची उड़ान भरने का सपना साकार कर पा रहे हैं।
भगवंत सिंह मान ने बताया कि पटियाला एविएशन कॉम्प्लेक्स में 7 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक एविएशन म्यूजियम बनाया जा रहा है, जो छात्रों और युवाओं को विमानन क्षेत्र के प्रति प्रेरित करेगा। उन्होंने सिविल एविएशन विभाग की नई वेबसाइट dca.punjab.gov.in भी लॉन्च की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार एक ऐसा विमानन इको-सिस्टम विकसित कर रही है जो नौकरी मांगने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले युवा तैयार कर रहा है। पटियाला फ्लाइंग क्लब और एएमई कॉलेज से प्रशिक्षित हजारों युवा आज देश-विदेश की नामी एयरलाइंस और कंपनियों में कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री ने युवाओं से मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की अपील की।


