चंडीगढ़, 26 दिसंबर:
पंजाब सरकार राज्य को एमएसएमई और निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने की दिशा में लगातार ठोस कदम उठा रही है। उद्योग एवं वाणिज्य तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री संजीव अरोड़ा ने एमएसएमई क्षेत्र पर केंद्रित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर संवाद, समयबद्ध सुविधाओं और उद्योग-अनुकूल सुधारों के माध्यम से उद्यमों को सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उद्योग मंत्री ने बताया कि एमएसएमई पंजाब की औद्योगिक अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, जो रोजगार सृजन, नवाचार और संतुलित विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। राज्य सरकार मजबूत नीतिगत समर्थन, सरल नियामक प्रक्रियाओं और ‘इन्वेस्ट पंजाब’ के माध्यम से परियोजनाओं को त्वरित मंजूरी और क्रियान्वयन में सहायता प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार उद्योग भागीदारों के साथ नियमित संवाद के जरिए उनकी आवश्यकताओं और चुनौतियों को समझ रही है, ताकि उद्यम प्रक्रियागत बाधाओं से मुक्त होकर विकास और उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भागीदार कंपनियों ने पंजाब में निवेश और विस्तार योजनाओं की जानकारी साझा की। ऑटो कंपोनेंट्स, लॉजिस्टिक्स, कोल्ड चेन, कृषि आधारभूत संरचना और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में 400 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव सामने आए।
प्रमुख निवेश प्रस्तावों में जय पार्वती फोर्ज द्वारा 300 करोड़, कोवा फास्टनर्स द्वारा 50 करोड़, लूथरा कोल्ड स्टोरेज द्वारा 10–12 करोड़, मोहाली लॉजिस्टिक्स द्वारा 10 करोड़ और रोशनी रिन्यूएबल्स द्वारा पहले चरण में 100 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। इन परियोजनाओं से राज्य के एमएसएमई इकोसिस्टम को मजबूती मिलने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।


