रंजीत सिंह गिल ने छोड़ी अकाली दल, पंजाब की राजनीति में हलचल
पंजाब की राजनीति में एक और बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। वरिष्ठ अकाली नेता रंजीत सिंह गिल ने शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कह दिया है। लंबे समय से पार्टी के सक्रिय सदस्य रहे गिल के इस फैसले ने राजनीतिक गलियारों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
रंजीत सिंह गिल ने अपने त्यागपत्र की पुष्टि करते हुए कहा कि वह बीते कुछ समय से पार्टी की नीतियों से असहमत थे। उनका आरोप है कि अकाली दल अब अपनी पुरानी विचारधारा से भटक चुका है और ज़मीनी मुद्दों को छोड़कर निजी स्वार्थों की राजनीति में उलझ चुका है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की आवाज़ को दबाया जा रहा है और वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी हो रही है।
गिल ने यह भी इशारा किया कि वह भविष्य में किसी नई राजनीतिक दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह किसी दूसरी पार्टी में शामिल होंगे या स्वतंत्र रूप से राजनीति करेंगे। सूत्रों की मानें तो कुछ क्षेत्रीय दल और किसान संगठनों से उनकी बातचीत चल रही है।
शिरोमणि अकाली दल की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी सूत्रों के मुताबिक गिल का पार्टी छोड़ना पहले से तय माना जा रहा था। पार्टी के भीतर लंबे समय से चल रही गुटबाज़ी और आंतरिक खींचतान के कारण कई नेता असंतुष्ट चल रहे हैं।