रोहतक जिले के हुमायूंपुर गांव के रहने वाले राष्ट्रीय पैरा पावरलिफ्टिंग चैंपियन रोहित धनखड़ हत्याकांड में भिवानी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सीआईए प्रथम भिवानी की टीम ने मामले में फरार चल रहे तीन मुख्य आरोपियों को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने शनिवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान दी।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान तिगड़ाना गांव निवासी वरुण, उसके भाई तरुण और दीपक के रूप में हुई है। पुलिस टीम तीनों आरोपियों को बेंगलुरु से भिवानी लाने की प्रक्रिया में जुटी है। एसपी सुमित कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध यूनिट, सदर थाना और साइबर पुलिस को विशेष निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद 12 दिसंबर को सीआईए टीम ने यह अहम कार्रवाई की।
घटना 27 नवंबर की है, जब रोहित अपने दोस्त जतिन के साथ भिवानी के रेवाड़ी खेड़ा गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। बारात में कुछ युवकों द्वारा महिलाओं पर की गई अश्लील टिप्पणियों का रोहित ने विरोध किया, जिससे विवाद बढ़ गया। लौटते समय रेलवे फाटक के पास आरोपियों ने उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी को टक्कर मारकर लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से जानलेवा हमला किया। गंभीर रूप से घायल रोहित की 29 नवंबर को रोहतक पीजीआई में मौत हो गई।
इससे पहले पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी, लेकिन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिवार और ग्रामीणों में रोष था। अब इन गिरफ्तारियों से परिजनों को राहत मिली है, हालांकि वे सभी दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। रोहित सात बार के नेशनल चैंपियन थे और उनकी मौत से खेल जगत में शोक की लहर है


