जालंधर ऑक्सीजन मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने जालंधर में सामने आई ऑक्सीजन रुकने की घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें इस घटना की सूचना मिली, वे तुरंत खुद अस्पताल पहुंचे और मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।
डॉ. बलबीर सिंह ने स्पष्ट किया कि इस घटना के पीछे कोई फंड या संसाधनों की कमी नहीं थी, बल्कि यह पूरी तरह से प्रशासनिक और मैनेजमेंट की विफलता का नतीजा थी। सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कभी भी पैसों की कमी नहीं होने दी गई है। उन्होंने कहा कि मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया, जिसने जांच के बाद दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान की। जांच के आधार पर सख्त एक्शन लेते हुए सरकार ने डॉक्टर राजकुमार (एमएस), हाउस सर्जन, एसएमओ और कंसल्टेंट डॉक्टर सहित कई जिम्मेदार अधिकारियों को तुरन्त प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। इन सभी की सेवाएं अब समाप्त कर दी गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “हमारी सरकार किसी भी कीमत पर लोगों की सेहत और जीवन के साथ समझौता नहीं करेगी। जो भी कर्मचारी या अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों में लापरवाही करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई निश्चित रूप से होगी। हम एक पारदर्शी और जवाबदेह स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं।”