सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि अगली सरकार बनते ही घग्गर नदी से पानी की सुचारु निकासी सुनिश्चित करने के लिए मज़बूत कंक्रीट बांधों का निर्माण हमारी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल होगा।”
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा अकेला छोड़ दिए जाने के बाद राहत अभियान अपने हाथ में लेने पर किसानों के आगे हाथ जोड़कर की सराहना
भरोसा दिलाया कि बाढ़ का पानी उतर जाने के बाद अकाली दल खेतों से रेत निकालने में मदद करेगा
किसानों को 13,000 लीटर डीज़ल और लाखों रुपये नकद बांटे
किसानों ने बांधों की मजबूती के लिए घग्गर से मिट्टी न निकालने देने पर आप सरकार की की आलोचना, कहा – “किसानों की सरकार फिर आएगी”
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि पटियाला और संगरूर जिलों में घग्गर पर कंक्रीट के पक्के बांध बनाकर पानी की निकासी सुनिश्चित करना ही समस्या का स्थायी समाधान है और भरोसा दिलाया कि अगली अकाली दल की सरकार के लिए यह प्रमुख प्राथमिकता होगी।
अकाली दल के प्रधान ने शुतराना, लहरा और मूनक हलकों में घग्गर के किनारे स्थित गांवों का दौरा किया। वे शुतराना में तेईपुर, अर्नेटू, शुतराना, बादशाहपुर और हरचंदपुरा के बांधों पर गए। लहरा और मूनक में वे मकरौड़ साहिब भी गए, जहां उन्होंने तेईपुर, अर्नेटू, शुतराना, बादशाहपुर और हरचंदपुरा की ग्राम समितियों को 3 लाख रुपये नकद और 9 हज़ार लीटर डीज़ल प्रदान किया। मकरौड़ साहिब में 1 लाख रुपये नकद और 2 हज़ार लीटर डीज़ल तथा मूनक में 2 लाख रुपये नकद और 2 हज़ार लीटर डीज़ल भी दिया।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि मकरौड़ साहिब से करैल तक घग्गर की मरम्मत के दूसरे चरण का काम पिछली कांग्रेस और मौजूदा आप सरकार ने बीच में ही छोड़ दिया। सरदार बादल ने कहा कि अकाली दल की सरकार ने खन्नौरी से मकरौड़ साहिब तक 22.5 किलोमीटर घग्गर मार्ग की मरम्मत पूरी की थी। उन्होंने कहा कि अब हम न सिर्फ घग्गर का मार्ग दुरुस्त करेंगे बल्कि दोनों किनारों पर कंक्रीट के पक्के बांध बनाकर पटियाला और संगरूर जिलों को हमेशा के लिए बाढ़ से मुक्ति दिलाएंगे।
शुतराना में बांध पर अकाली दल के प्रधान से बातचीत करते हुए किसानों ने बताया कि आप सरकार ने घग्गर के बांध मजबूत करने के लिए मिट्टी निकालने की अनुमति न देकर किसानों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। उनका कहना था कि सरकार ने बांध मजबूत करने के लिए कुछ भी नहीं किया। किसानों ने कहा कि जब उन्होंने खुद मिट्टी निकालकर बांध मजबूत करने की अनुमति मांगी तो उन्हें इजाज़त नहीं दी गई। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सरकार को ज़मीन अधिग्रहित करनी चाहिए, जिसके लिए वे तैयार हैं और क्षेत्र में पक्के बांध बनाने चाहिए।
सरदार बादल ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारों ने इस कठिन समय में पंजाबियों को असफल किया है। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से कोई राशि जारी नहीं की गई, जिसके कारण लोगों ने राहत कार्य अपने हाथ में ले लिए। उन्होंने कहा कि इंसान पर आई इस त्रासदी में पंजाबियों ने जो बहादुरी दिखाई है उस पर दुनिया हैरान है। उन्होंने कहा कि हमने देखा कि जिनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई, वे भी राहत कार्यों में डटे हुए हैं और अपने भाइयों की बाढ़ में मदद कर रहे हैं। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा कि मैं आपके द्वारा की जा रही इस महान सेवा के लिए धन्यवाद करता हूँ।
सरदार सुखबीर सिंह बादल ने लोगों से अपील की कि वे ‘चढ़दीकला’ (उत्साह और हिम्मत) में रहें। इस दौरान लोगों ने “सुखबीर बादल ज़िंदाबाद”, “किसानों की सरकार फिर आएगी” के नारे भी लगाए। अकाली दल के प्रधान ने कहा कि अकाली दल का कैडर न केवल बांध मजबूत करने में बल्कि पानी घटने पर आपके खेतों से रेत निकालने में भी मदद करेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे सभी पाँच जगहों पर ट्रैक्टर, ट्रक, जेसीबी मशीनें और अन्य मशीनरी भेजेंगे ताकि बाढ़ का पानी घटते ही रेत निकालने का काम किया जा सके।
इस अवसर पर अकाली दल के प्रधान के साथ एन.के. शर्मा, बलदेव सिंह मान, जगमीत सिंह हरियाऊ, गुलज़ारी मूनक, विनरजीत सिंह गोल्डी, गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना, बिट्टू चठ्ठा, राजिंदर सिंह विरक, स्वरन सिंह चनार्थल, मख्खन सिंह लालका, गगनदीप सिंह खंडेबाद, महिंदर सिंह लालवा और अमरजीत सिंह पंजरथ भी मौजूद थे।