चंडीगढ़ — भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर हरियाणा प्रदेश में सुशासन दिवस पूरे सम्मान और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राज्य के सभी जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लेकर सुशासन के मूल्यों को दोहराया।
झज्जर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहकारिता, कारागार, निर्वाचन, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि सुशासन केवल प्रशासनिक व्यवस्था नहीं, बल्कि जनता के प्रति उत्तरदायित्व, संवेदनशीलता और पारदर्शिता का संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पानीपत में शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने कहा कि सही आचरण और इच्छाशक्ति से किया गया कार्य ही सुशासन का मूल मंत्र है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अंत्योदय की भावना से कार्य करते हुए आमजन की समस्याओं का संवेदनशीलता से समाधान करें।
पलवल में खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि पारदर्शी, उत्तरदायी और जनकल्याणकारी शासन प्रणाली ही सुशासन की पहचान है, जो समाज के हर वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करती है।
गुरुग्राम में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शिता पर ही विकसित भारत का सपना आधारित है। वहीं, नूंह में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि डिजिटल और समयबद्ध सेवाएं सुशासन की रीढ़ हैं, जिससे प्रशासन अधिक जवाबदेह बना है।


