आरक्षण खत्म करने की साजिश करने वाली ताकतों का मुकाबला करना होगा: कुमारी सैलजा
कहा-गुरूओं, संत-महात्माओं की वाणी को आत्मसात करके ही आगे बढ़ना होगा
सोनीपत, 11 जून।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने सभी को संत शिरोमणि कबीर दास जी की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि गुरूओं, संत-महात्माओं की वाणी को आत्मसात करके ही आगे बढ़ना होगा साथ ही अपने हक के प्रति सजग और सतर्क रहना होगा क्योंकि बाबा साहिब डॉ भीमराव अंबेडकर ने जो आरक्षण दिया था आज कुछ ताकतें उस आरक्षण को एक साजिश के तहत खत्म करना होगा, ऐसे में इस प्रकार की ताकतों से सावधान रहना ही होगा।
वे बुधवार को धानक संत कबीर समाज जागृति मंच द्वारा शिरोमणि संत कबीर साहेब की 628 वीं जयंती के अवसर पर गीता भवन मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। प्रधान हसंराज, बलराज सिंह, कुलदीप सिंह, स्वामी जी आदि ने उनका स्वागत किया। कुमारी सैलजा ने सबसे पहले शिरोमणि संत कबीर साहेब के चित्र के समक्ष नमन किया। उन्होंने कहा कि समाज एकजुट रहकर ही अपने हक सुरक्षित रख सकता है, हमें एक दूसरे का सम्मान चाहिए अगर समाज बंटकर रहा तो उसेे कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि संत कबीर साहेब ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर किया, समाज को जागृत किया। समाज में व्याप्त कुरीतियों को खत्म करने के लिए संत-महात्मा अवतार लेते है। संत महात्माओं की वाणी से ही समाज में जागरूकता आती है। आज भी हम शिरोमणि संत कबीर साहेब की वाणी को आत्मसात कर आगे बढ़ सकते है, हमें गुरूओं का सम्मान करना होगा, समाज का सम्मान करना होगा।
उन्होंने कहा कि गुरूओं की वाणी पीढ़ी दर पीढी आगे बढ़ती है गुरूओं की वाणी संपूर्ण समाज के लिए है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर ने आरक्षण की व्यवस्था लागू की थी कि ताकि वंचित वर्ग का कल्याण हो सके पर कुछ ताकतें आज इस आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रही है जिनका मुकाबला करना होगा और उनसे सावधान रहना होगा।
कुमारी सैलजा ने कहा कि एक दूसरे का हाथ पकड़कर आगे बढों और संकल्प लो कि आरक्षण खत्म करने वाली ताकतों का मुकाबला करना है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि समाज में जहां भी अच्छाई दिखे उसे ग्रहण करो और हकों की रक्षा करो, क्योंकि जिसका जो हक है वह उसे मिलना ही चाहिए, इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए। आज के हुक्मरानों से पूछों कि उनके लिए क्या किया है, आधुनिक भारत, विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनने के दावा करने वालों से कहो कि भाषणों से उनका पेट भरने वाला नहीं है, जो लोग आज 05 किग्रा अनाज लेकर खुश हो रहे है उन्हें अनाज छोड़कर रोजगार मांगना चाहिए कि ताकि वे रोजगार पाकर फिर रोजगार देने वाले बन सके। कुमारी सैलजा ने कहा कि बच्चो के भविष्य को ध्यान में रखकर आगे बढ़ो।