सार
शशि थरूर के नेतृत्व में एक बहुपक्षीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज आचा से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल उन्हें ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए संयुक्त राष्ट्र की ओर से नामित आतंकवादियों के जनाजे में भाग लेने वाले पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की तस्वीरें दिखाईं।
विस्तार
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की जगह पक्की करने के लिए पनामा मदद के हाथ बढ़ाए हैं। पनामा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन किया है। पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज आचा ने कहा, ‘…भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल होने का हकदार है। भारत और पनामा के बीच संबंध आपसी सम्मान, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और समृद्धि, शांति और समावेशी विकास के लिए एक समान दृष्टिकोण पर आधारित हैं।’
आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने का एक तरीका नहीं होना चाहिए’
इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज अचा के साथ बैठक के दौरान कहा, ‘आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने का एक तरीका नहीं होना चाहिए। अगर कोई समस्या है, तो उससे निपटने के दूसरे तरीके भी हैं। आतंकवादियों को सीमा पार भेजना पूरी तरह से अस्वीकार्य है और यह बात स्पष्ट होनी चाहिए। हमें अपराधियों, हत्यारों के पीछे जाना चाहिए और हम ऐसा करेंगे। जो लोग उन्हें सुरक्षित पनाह देते हैं, जो उन्हें सुरक्षा देते हैं, वित्तपोषित करते हैं, प्रशिक्षित करते हैं, हथियार देते हैं, भेजते हैं और उनका मार्गदर्शन करते हैं, उन्हें भी जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।’
आतंकी हमलों के खिलाफ एकजुट होने की पनामा की प्रतिबद्धता एकदम स्पष्ट’
इससे पहले पनामा के विदेश मंत्री ने बुधवार (स्थानीय समयानुसार) को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की, जिसमें 26 लोग बेरहमी से मारे गए थे। विदेश मंत्री आचा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पनामा की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि कोई भी देश जो आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह के रूप में काम करता है तो उसकी निंदा की जानी चाहिए। आपकी यहां की यात्रा आपकी कल्पना से कहीं अधिक का प्रतिनिधित्व करती है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और इन आतंकी हमलों के खिलाफ एकजुट होने की पनामा की प्रतिबद्धता एकदम स्पष्ट है। हम कश्मीर में जो कुछ हुआ, उसकी निंदा करते हैं। दुनिया का कोई भी देश जो आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह के रूप में काम करता है, उसकी निंदा की जानी चाहिए।
‘आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों को बर्दाश्त नहीं कर सकते’
इससे पहले भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद एएनआई से बात करते हुए विदेश मंत्री आचा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को देश का समर्थन बढ़ाया और कहा कि हम आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों को बर्दाश्त नहीं कर सकते। आतंकवाद के खिलाफ हम भारत के साथ खड़े हैं। हम किसी भी तरह के आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम एक लोकतांत्रिक देश हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जो सिद्धांतों को महत्व देता है। हम किसी भी तरह के आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे।