चंडीगढ़, 5 अक्टूबर 2025:
हरियाणा में धान की सरकारी खरीद शुरू हुए 14 दिन हो चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की भाजपा सरकार के तमाम वादों और दावों के बावजूद किसानों की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। मंडियों में न तो खरीद व्यवस्था सुचारू है और न ही किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तय धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2389 प्रति क्विंटल है, लेकिन किसानों को ₹1700 से ₹1900 ही मिल रहे हैं, जिससे प्रति क्विंटल ₹500-700 का सीधा नुकसान हो रहा है।
उन्होंने बताया कि कई जिलों में धान खुले आसमान के नीचे सड़ रहा है, जबकि सरकार की कोई व्यवस्था नहीं है। बाजरे की खरीद भी ज्यादातर जिलों में शुरू नहीं हुई, और किसान मजबूरी में बाजरा ₹1400-1600 में बेचने को मजबूर हैं।
अनुराग ढांडा ने मांग की कि:
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बाजरे की सरकारी खरीद तुरंत शुरू की जाए
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नमी की सीमा 25% तक बढ़ाई जाए
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सभी मंडियों में डिजिटल कांटे लगाए जाएं
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भीगी फसल का पूरा मुआवजा दिया जाए
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खरीद प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आम आदमी पार्टी किसानों के हक के लिए आंदोलन करने से नहीं हिचकिचाएगी।