चण्डीगढ़ :Priyanka Thakur
अग्रवाल परिवार संगठन, चण्डीगढ़ ने राजस्थान भवन, सेक्टर-33ए में महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रेम जी गोयल, वरिष्ठ प्रचारक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रहे।
अपने संबोधन में प्रेम जी गोयल ने कहा कि महाराजा अग्रसेन केवल एक राजा ही नहीं, बल्कि समाजवाद और समानता के प्रणेता थे। उन्होंने करुणा, दया और सहयोग की भावना को जीवन का आधार बनाया। अग्रसेन महाराज ने ‘एक ईंट और एक रुपया’ की अभिनव परंपरा शुरू की थी, जिसके तहत अग्रोहा में पहले से बसे परिवार नए आने वाले हर परिवार को एक ईंट और एक रुपया देते थे। इस परंपरा ने नए लोगों को अपना घर बनाने और व्यापार शुरू करने में मदद दी और समाज को मजबूत बनाया।
प्रेम जी गोयल ने आगे बताया कि महाराजा अग्रसेन का जन्म द्वापर युग के अंत और कलियुग की शुरुआत में हुआ माना जाता है। वे सूर्यवंशी क्षत्रिय महाराजा वल्लभ के वंशज और अयोध्या के राजा थे। उन्होंने वैश्य समाज की स्थापना कर 18 महाजनपदों का निर्माण किया, जिनसे आगे चलकर अग्रवाल समाज के 18 गोत्र बने।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर त्रिलोक नाथ गोयल (चण्डीगढ़ विभाग संघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ), राजिंदर जैन (अध्यक्ष सेवा भारती, चण्डीगढ़), गिरधारी लाल जिंदल (पालक, वनवासी कल्याण आश्रम, पंजाब प्रदेश, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) तथा नीतीश सिंगला (पीसीएस), डायरेक्टर, आईटी, चण्डीगढ़ प्रशासन उपस्थित रहे।
संस्था के अध्यक्ष विजय बंसल और कोषाध्यक्ष चमन लाल ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत ज्योति प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजन की जिम्मेदारी संयोजक प्रदीप दीवान, ओपी गुप्ता, सुभाष गुप्ता, अजय सिंगल (जॉली), अजय सिंगला (हैप्पी) और विकास गोयल ने निभाई।