चंडीगढ़, 23 सितंबर:
पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत की। इस योजना के अंतर्गत राज्य के 3 करोड़ लोगों को 10 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
इस ऐतिहासिक पहल की शुरुआत राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (SHA) कार्यालय से ऑनलाइन की गई। पहले चरण में यह योजना तरनतारन और बरनाला ज़िलों में लागू की गई है। दोनों जिलों में रजिस्ट्रेशन कैंप लगाए गए हैं, जहां पहले ही दिन 1480 परिवारों ने पंजीकरण कराया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य कुमार राहुल और SHA की सीईओ संयम अग्रवाल भी मौजूद रहे।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि यह पंजाब के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि राज्य देश का पहला प्रदेश बन गया है, जो हर नागरिक को बिना किसी आय सीमा के 10 लाख रुपए का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान कर रहा है। उन्होंने बताया कि दो जिलों से शुरू हुई यह प्रक्रिया जल्द ही पूरे पंजाब में लागू की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता मानदंड बेहद सरल हैं। पंजीकरण के लिए केवल वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। आय या सामाजिक-आर्थिक स्थिति की कोई शर्त नहीं रखी गई है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत लाभार्थी राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ 500 से अधिक सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज प्राप्त कर सकेंगे। योजना में 2300 से अधिक स्वास्थ्य पैकेज शामिल हैं, जिनमें बड़ी और छोटी बीमारियों के उपचार से लेकर दुर्घटनाओं से जुड़ी सर्जरी तक को कवर किया गया है।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार का उद्देश्य आम लोगों पर इलाज का आर्थिक बोझ कम करना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह योजना स्वास्थ्य क्षेत्र में पंजाब को राष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी बनाएगी और जनता को सुरक्षित एवं निःशुल्क इलाज का भरोसा दिलाएगी।


