विश्वविद्यालयों में पहले से कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए विधानसभा सत्र में सेवा सुरक्षा का कानून बनाए जाने तक भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने के लिए हुकटा ने शिक्षामंत्री महीपाल ढांडा को ज्ञापन सौंपा:- हुकटा
चंडीगढ़,05 फरवरी,2025
हाल ही में, 28 जनवरी को उच्चत्तर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने 8 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र जारी कर भर्ती प्रक्रिया को फिर से बहाल करने का निर्देश दिया है। इससे हम सबके रोजगार पर खतरा मंडराने से भविष्य पर अनिश्चितता छा गई है और माननीय मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में दिए गए सेवा सुरक्षा के वायदे पर सवाल उठने लगे हैं और हम सब भयभीत हैं कि न जाने हमारा रोजगार कब समाप्त हो जाए। हालांकि, हम सब स्थायी भर्ती करने के पक्षधर हैं, लेकिन पहले हरियाणा सरकार अपना वादा पूरा करें।
इसी संदर्भ में, आज चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी भिवानी में साइंस कॉन्क्लेव 2025 के कार्यक्रम में हुकटा के प्रतिनिधि मंडल ने माननीय शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा जी से मुलाक़ात कर ज्ञापन सौंपा और मंत्री जी से अपील की कि हरियाणा राज्य के विश्वविद्यालयों में पहले से कार्यरत अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को पहले सेवा सुरक्षा इस आगामी विधानसभा के बजट सत्र में कानून बनाकर करें और तब तक तक नई भर्ती प्रक्रिया को स्थगित किया जाए ताकि सबका रोजगार सुरक्षित हो सकें ।
शिक्षा मंत्री जी ने कहा कि हमने आपकी सेवा सुरक्षा के लिए अधिकारियों की कमेटी बनाई हुई है और वो कमेटी सकारात्मक काम कर रही है। आप सबको भी कॉलेज के एक्सटेंशन लेक्चरर की तरह सेवा सुरक्षा विधानसभा सत्र में करेंगे।
और साथ में, हरियाणा सरकार के उच्चत्तर शिक्षा विभाग के ओएसडी व दीनबंधु मुरथल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर राजेंद्र अनायत जी को भी सौंपा। उन्होंने भी कहा कि ये हमारे संज्ञान में हम कॉलेज के एक्सटेंशन लेक्चरर की तरह आपको भी सेवा सुरक्षा जल्द देंगे।
हुकटा के प्रदेश अध्यक्ष विजय मलिक और कोषाध्यक्ष मंजीत दलाल ने बताया कि हरियाणा की सरकारी यूनिवर्सिटीज में 1443 अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर विभिन्न पदनामों पर कार्यरत हैं। हम में से ही बहुत से अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर लंबे समय से नियमित होने तक सेवा सुरक्षा की प्रतीक्षा करते हुए स्थायी भर्ती में आवेदन करने की अधिकतम आयु सीमा को भी पार चुके हैं या उसके आसपास पहुंच चुके हैं। इसके अलावा बहुत से साथी सेवानिवृत्ति की उम्र के आखिरी पड़ाव पर हैं।
हमारी लंबी सेवाओं और उपरोक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए शीतकालीन विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विश्वविद्यालयों के अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को कॉलेज के एक्सटेंशन लेक्चरर की तरह रोजगार की सेवा सुरक्षा सेवानिवृत्ति 60 वर्ष तक करने का वादा किया था ताकि नौकरी छूटने के भय के कारण हर समय बेरोजगारी की तलवार हमारे सिर पर न लटकती रहे। साथ में, प्रदेश की नॉन-स्टॉप सरकार इस पर कार्य भी कर रही थी ।
इस अवसर पर हुकटा के कोषाध्यक्ष व भिवानी इकाई के अध्यक्ष मंजीत दलाल, आकाशदीप, राकेश पंघाल, हितेश,महक,नीलम,नीति चावला,अगिन दलाल,रीतू,अन्नू , समुन्दर, धीरेन्द्र मिश्रा,मूलराज, जितेन्द्र, प्रियंका वैद्य,उमा शाह,रीना,नीरज,अमित कुमार, अनुराग,एखलाद, हेमन्त कुमार, मोनिका जांगड़ा, प्रीति कौशिक,साहिल कुकरेजा,सुधा यादव, वीरेंद्र,नवीन, भरत मौर्य इत्यादि साथी उपस्थित रहें।