चंडीगढ़, 17 नवंबर: Priyanka Thakur
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित कार्यक्रम पूरे पंजाब में धार्मिक श्रद्धा और गरिमा के साथ आयोजित किए जा रहे हैं। इसी श्रृंखला के तहत सोमवार को तरनतारन, मोगा, शहीद भगत सिंह नगर और बठिंडा में भव्य लाइट एंड साउंड शो आयोजित किए गए, जिनमें बड़ी संख्या में संगत ने उपस्थित होकर गुरु साहिब के जीवन, दर्शन और शहादत को श्रद्धांजलि दी।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, तरनतारन के पुलिस स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में जेल एवं परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और खेमकरण के विधायक सरवन सिंह धुन ने हाजिरी भरकर गुरु साहिब के प्रति नमन किया। इस कार्यक्रम में आधुनिक तकनीक से सुसज्जित लेज़र लाइटों और 3डी प्रोजेक्शन के माध्यम से गुरु तेग बहादुर जी के जीवनकाल की प्रमुख घटनाओं को बड़े ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया।
इसी प्रकार, नई अनाज मंडी मोगा में आयोजित लाइट एंड साउंड शो ने भी संगत का मन मोह लिया। इस मौके पर पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवा, मोगा विधायक डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा, बाघापुराना विधायक अमृतपाल सिंह सुखानंद, निहाल सिंह वाला विधायक मनजीत सिंह बिलासपुर और धरमकोट विधायक दविंदरजीत सिंह लाडी ढोस उपस्थित रहे। यहां दर्शाए गए दृश्यों में गुरु साहिब के आदर्शों, न्याय के प्रति उनकी निष्ठा और मानवता की रक्षा के लिए दी गई सर्वोच्च कुर्बानी को बड़े ही भावपूर्ण ढंग से प्रदर्शित किया गया।
शहीद भगत सिंह नगर के आईटीआई ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने संगत के साथ बैठकर गुरु साहिब के जीवन दर्शन को दर्शाते इस शो को देखा। वहीं, बठिंडा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में आयोजित लाइट एंड साउंड शो में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां, बठिंडा शहरी विधायक जगरूप सिंह गिल और भुच्चो मंडी के विधायक मास्टर जगसीर सिंह शामिल हुए।
इन सभी स्थानों पर उपस्थित संगत ने पंजाब सरकार की इस अनूठी पहल की भरपूर सराहना की। लोगों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम न सिर्फ गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और बलिदान से नई पीढ़ी को परिचित करवाते हैं, बल्कि समाज में धार्मिक सद्भाव, मानवता और साहस के मूल्यों को भी मजबूत करते हैं।
लाइट एंड साउंड शो में गुरु तेग बहादुर जी के जीवन की प्रमुख घटनाओं—धर्म की रक्षा हेतु उनका डटकर सामना करना, कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित करना, और मानवाधिकारों व धार्मिक स्वतंत्रता के लिए दिया गया सर्वोच्च बलिदान—को अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। 3डी विजुअल्स, लेज़र इफेक्ट्स और भावनात्मक वाचन ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।
सरकार के अनुसार, अंतिम चरण के कार्यक्रम 20 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब, मालेरकोटला और मानसा में आयोजित किए जाएंगे, जहां श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
इन कार्यक्रमों के माध्यम से पंजाब सरकार ने गुरु साहिब के शहीदी दिवस को यादगार बनाने और उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया है।


