अस्पताल से बोले भगवंत मान – “लोगों की सेवा ही मेरी प्राथमिकता, बाढ़ पीड़ितों के लिए हर संभव मदद जारी”
चंडीगढ़, 8 सितंबर:
अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार राज्य के लोगों की चिंता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अस्पताल के कमरे में बैठकर भी हर पल पंजाबियों की भलाई के बारे में सोचते हैं। उन्होंने चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को निर्देश दिया कि लोगों की पूरी देखभाल और मदद सुनिश्चित की जाए।
पंजाब कैबिनेट के अहम फैसले:
1. खेतों से मिट्टी हटाने की अनुमति:
बाढ़ की वजह से दरियाओं में मिट्टी आने से नुकसान बढ़ा। अब कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि किसान अपने खेतों से मिट्टी हटा सकेंगे और उसे बेच भी पाएंगे। डिसिल्टिंग की मंजूरी सरकार ने दी।
2. फसल नुकसान का मुआवजा:
किसानों को खराबी वाली फसल के लिए प्रति एकड़ 20 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। चेक सीधे किसानों के हाथों में दिए जाएंगे।
3. मृतकों के परिवारों को सहायता:
बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा।
4. गिरे हुए घरों का मुआवजा:
बाढ़ में क्षतिग्रस्त घरों का सर्वे कराया जाएगा और प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा।
5. किसानों के कर्ज पर राहत:
कोऑपरेटिव सोसाइटियों और सरकारी बैंकों से लिए कर्ज की लिमिट 6 महीने तक बढ़ा दी गई है। किसानों को न किश्त देनी होगी और न ब्याज, कोई उन्हें तंग नहीं करेगा।
6. मवेशियों की हानि पर मुआवजा:
जिन किसानों के मवेशी बाढ़ में मरे हैं, सरकार उन्हें सहायता राशि देगी।
7. बीमारी रोकथाम:
सरकार मवेशियों और इंसानों का टीकाकरण करवाएगी ताकि कोई बीमारी न फैले।
8. फॉगिंग और स्वास्थ्य सुविधाएं:
गांव-गांव में फॉगिंग मशीनें दी जाएंगी। नज़दीकी क्लीनिक और कैम्प में डॉक्टर मौजूद रहेंगे ताकि लोगों को आसानी से इलाज और दवाइयां मिल सकें।
9. सफाई अभियान:
शहरों और गांवों में सफाई अभियान चलाया जाएगा।
10. इमारतों और स्कूलों का सर्वे:
स्कूलों, इमारतों और ग्रिडों को हुए नुकसान का सर्वे किया जाएगा और नुकसान की भरपाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री मान ने कहा –
“लोगों के बिना मैं रह नहीं सकता। मैं जल्द ठीक होकर आपके बीच आऊंगा। बाढ़ कुदरत की मार है, लेकिन सरकार हर संकट में आपके साथ खड़ी है।”