पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री श्री हरदीप सिंह मुंडियां ने आज बताया कि प्रभावित परिवारों के लगातार घर लौटने से राहत कैंपों में रह रहे लोगों की संख्या घटकर केवल 229 रह गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राहत कैंपों की संख्या भी 35 से घटकर केवल 16 हो गई है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज 665 और प्रभावित लोग अपने घर लौट गए, जबकि कल तक कैंपों में 894 लोग ठहरे हुए थे।
उन्होंने कहा कि प्रभावित गांवों की संख्या 2,539 से बढ़कर 2,555 हो गई है, जिनमें मुख्य रूप से होशियारपुर और लुधियाना के गांव शामिल हैं।
अधिक विवरण साझा करते हुए श्री मुंडियां ने कहा कि होशियारपुर में 11 और गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे कुल संख्या 350 हो गई है, जबकि ज़िला लुधियाना में 5 और गांव प्रभावित होने से ज़िले के प्रभावित गांवों की संख्या 131 हो गई है। इसी प्रकार, होशियारपुर में 58 और लोगों के प्रभावित होने से कुल आबादी 3,89,387 से बढ़कर 3,89,445 हो गई है।
राजस्व मंत्री ने बताया कि प्रभावित लोगों की संख्या घटने के कारण बड़ी संख्या में राहत कैंप बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि ज़िला मोगा, पठानकोट और जालंधर ने अपने सभी कैंप बंद कर दिए हैं, जबकि फ़ाज़िल्का में ठहरे लोगों की संख्या 620 से घटकर 219 रह गई है। जालंधर के कैंपों में कल 103 लोग रह रहे थे और आज सभी अपने-अपने घरों को वापस चले गए हैं।
कैबिनेट मंत्री ने यह भी बताया कि मानसा और होशियारपुर में क्रमशः 121 हेक्टेयर और 39 हेक्टेयर फसल प्रभावित होने से कुल प्रभावित फसली रकबा 1,99,766 हेक्टेयर से बढ़कर 1,99,926 हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि ज़्यादातर ज़िलों में स्थिति सामान्य है और अन्य ज़िलों में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है।