धन गबन करने वाले धोखेबाजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज; मामला विजिलेंस को सौंप दिया गया है: तरुणप्रीत सिंह सोंड
– धोखाधड़ी से रुपये निकाले गए। ब्लॉक समिति फिरोजपुर को 1.80 करोड़ रुपये का अनुदान आवंटित
– अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास), फिरोजपुर को जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों से राशि वसूलने के निर्देश
चंडीगढ़, 25 मार्चः
पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद ने पंजाब विधानसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए बताया कि विभागीय जांच में धोखाधड़ी कर 25 लाख रुपये निकालने का मामला सामने आने के बाद फिरोजपुर शहर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। 15वें वित्त आयोग के तहत प्राप्त अनुदान से 1,80,87,591 रुपये ब्लॉक समिति फिरोजपुर को आवंटित किए गए। उन्होंने आगे बताया कि मामला सतर्कता विभाग को सौंप दिया गया है।
विधायक प्रताप सिंह बाजवा द्वारा उठाए गए प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री सोंद ने बताया कि एफआईआर नं. 434, तारीख़ 13.12.2024, किरणदीप कौर बीडीपीओ जसविंदर कौर तत्कालीन पंचायत समिति फिरोजपुर की अध्यक्ष, मनजिंदर सिंह (डाटा एंट्री ऑपरेटर, ई-पंचायत), रेखा देवी (डाटा एंट्री ऑपरेटर, ई-पंचायत), शुभदीपक बजाज (डाटा एंट्री ऑपरेटर, ई-पंचायत) और जसप्रीत कौर (ज़िला परिषद फिरोजपुर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, ई-पंचायत) के खिलाफ पुलिस स्टेशन फिरोजपुर शहर में दर्ज किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि ई-पंचायत सोसायटी के कर्मचारियों मनजिंदर सिंह, डाटा एंट्री ऑपरेटर ई-पंचायत और जसप्रीत कौर, जिला परिषद फिरोजपुर डाटा एंट्री ऑपरेटर ई-पंचायत को नौकरी से हटाने के निर्देश संबंधितों को दिए गए हैं और इसके अलावा अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास), फिरोजपुर को नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त उपायुक्त (विकास) फिरोजपुर को भी 1.50 करोड़ रुपये की राशि वसूलने के निर्देश दिए गए हैं। जिम्मेदार अधिकारियों/कर्मचारियों से 1,80,87,591 रुपये वसूले गए।
सोंड ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वेबसाइट की सुरक्षा को और अधिक सख्त बनाने के लिए भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय की आईटी टीम के साथ मामला विभाग के विचाराधीन है तथा इस दौरान विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।