हरियाणा पुलिस डीजीपी ने मधुबन में उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता, कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण पर बड़ा एक्शन प्लान
चंडीगढ़, 01 सितम्बर।
हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने मधुबन में आयोजित दो दिवसीय उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेशभर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की विस्तृत समीक्षा की। इस बैठक में महिला सुरक्षा, हिंसक अपराध, सूदखोरी, साइबर अपराध, नशामुक्त अभियान और पुलिस कल्याण से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
महिला सुरक्षा पर विशेष जोर
डीजीपी कपूर ने महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए निर्देश दिए कि महिला विरुद्ध अपराधों की निगरानी वरिष्ठ अधिकारी स्वयं करें। उन्होंने कहा कि पीड़िताओं की काउंसलिंग सुनिश्चित की जाए और यदि जेल से बाहर आने के बाद भी आरोपी महिलाओं को परेशान करते हैं तो इसे गंभीरता से लिया जाए। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2025 में बलात्कार, अपहरण और छेड़छाड़ जैसे अपराधों में 16 से 25 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इसके अलावा, रोहतक में महिला पुलिस दुर्गा बटालियन की स्थापना और संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने जैसे कदमों से महिलाओं की सुरक्षा को मजबूती दी गई है।
हिंसक अपराधों पर सख्त कार्रवाई
बैठक में बताया गया कि 1 जनवरी 2024 से अब तक पुलिस ने 110 मुठभेड़ों में 13 अपराधियों को मार गिराया और 156 को घायल किया। इसके साथ ही 9 कुख्यात बदमाशों का प्रत्यर्पण, 70 लुकआउट सर्कुलर और 27 रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए। संगठित अपराध और अपराधियों के सोशल मीडिया महिमामंडन पर भी कार्रवाई की गई, जिसमें 54 आपत्तिजनक गाने और कई अकाउंट बंद कराए गए।
15 दिन का सूदखोरी विरोधी अभियान
डीजीपी कपूर ने घोषणा की कि हरियाणा पुलिस राज्यभर में 15 दिन का विशेष अभियान चलाएगी, जिसमें सूदखोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सूदखोरों की अवैध कमाई व संपत्ति को अटैच किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए ताकि कोई भी नागरिक इनके जाल में न फँसे।
नशामुक्त हरियाणा का संकल्प
नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और उनकी संपत्ति कुर्क करने के निर्देश दिए गए। थाना प्रभारियों को आदेश दिया गया कि वे अपने क्षेत्र को नशामुक्त घोषित करने की दिशा में ठोस कदम उठाएँ और औषधि नियंत्रक विभाग तथा मेडिकल एसोसिएशनों के साथ नियमित बैठकें करें।
साइबर अपराध और सड़क सुरक्षा
साइबर अपराध की समीक्षा करते हुए डीजीपी ने कहा कि ठगी गई राशि की रिकवरी को और बढ़ाने की ज़रूरत है। उन्होंने अधिक से अधिक साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को गोल्डन आवर में ट्रामा अस्पताल पहुँचाने और कैशलेस इलाज (₹1.5 लाख तक) उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया गया।
आधुनिक तकनीक और पुलिस कल्याण
डीजीपी कपूर ने अपराध नियंत्रण के लिए आधुनिक तकनीक के उपयोग और राज्यभर में 5 करोड़ रुपये की लागत से CCTV नेटवर्क विस्तार की घोषणा की। उन्होंने पुलिस थानों में स्वच्छ वातावरण, पौष्टिक भोजन और अच्छी मेस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, पुलिस बल में सहानुभूति और समानता की संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता बताई।
बैठक का समापन करते हुए डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि हरियाणा पुलिस का लक्ष्य जनता के हितों की रक्षा करना, अपराधियों पर कठोर प्रहार करना और पारदर्शी पुलिसिंग से जनता का विश्वास जीतना है। उन्होंने सभी अधिकारियों और जवानों से अपेक्षा जताई कि वे इन दिशा-निर्देशों का पालन कर प्रदेश को अधिक सुरक्षित, नशामुक्त और अपराधमुक्त बनाने में योगदान देंगे।