अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पंजाब पुलिस को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस किया जाएगा: मुख्यमंत्री
राज्य भर के पुलिस स्टेशनों के लिए 139 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाई
राज्य से नशीले पदार्थों की बुराई को मिटाने का संकल्प
बीएसएफ की रिपोर्ट से पता चलता है कि सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी में कमी आई है
फिल्लौर (जालंधर), 3 अप्रैल:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को घोषणा की कि राज्य सरकार पंजाब पुलिस को सर्वोत्तम बुनियादी सुविधाओं से लैस कर रही है और इसे वैज्ञानिक आधार पर आधुनिक बना रही है ताकि यह कानून एवं व्यवस्था की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम हो सके।
राज्य भर के पुलिस थानों के लिए 139 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से राज्य भर के 454 पुलिस थानों के स्टेशन हाउस अफसरों (एसएचओ) को नए वाहन मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि यह पहले के चलन के विपरीत है जब नए वाहन जमीनी स्तर पर काम करने वालों के बजाय शीर्ष अधिकारियों को दिए जाते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एसएचओ पंजाब पुलिस का असली चेहरा हैं क्योंकि वे सीधे लोगों से जुड़े होते हैं और उन पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के कारण पंजाब के प्रति शत्रुतापूर्ण कई ताकतें राज्य की शांति को भंग करने के लिए नापाक मंसूबे बना रही हैं, लेकिन पंजाब पुलिस ने हमेशा ऐसी कोशिशों को नाकाम किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के सामने आने वाली बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए यह जरूरी है कि पुलिस बल को जांच, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किया जाए। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि पंजाब पुलिस लोगों की सेवा करने की शानदार विरासत को पूरी पेशेवर प्रतिबद्धता के साथ कायम रखेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 प्रतिशत नशा पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से सीमा पार लाया जाता है और बाद में राज्य में सप्लाई किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ड्रोन की आवाजाही को रोकने के लिए ड्रोन विरोधी तकनीक शुरू करके बीएसएफ के साथ हाथ मिलाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण नशा तस्करी में भारी कमी आई है क्योंकि बीएसएफ की एक रिपोर्ट में सख्त प्रवर्तन के कारण सीमा पार से आने वाली खेपों में गिरावट का संकेत दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब पुलिस में पुलिसकर्मियों की कमी को दूर करने के लिए हर साल 1800 कांस्टेबल और 300 सब इंस्पेक्टर की भर्ती करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन 2100 पदों के लिए हर साल करीब 2.50 लाख उम्मीदवार आवेदन करते हैं, इसलिए सभी उम्मीदवार पढ़ाई के साथ-साथ टेस्ट पास करने के लिए अपने शरीर को बेहतर बनाने में भी जुट जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे उनकी असीम ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने और नशे की बुराई से दूर रहने में मदद मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है, ताकि इस बुराई की कमर तोड़ी जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नशे की सप्लाई लाइन को पहले ही खत्म कर दिया है और इस जघन्य अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार द्वारा अवैध रूप से अर्जित नशा तस्करों की संपत्ति को नष्ट/जब्त किया जा रहा है, ताकि यह दूसरों के लिए एक निवारक के रूप में काम करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने सत्ता में आने के 36 महीनों में युवाओं को रिकॉर्ड 55,000 नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बेहद गर्व और संतुष्टि की बात है कि सभी नौकरियां पूरी तरह से योग्यता के आधार पर दी गई हैं, जिसमें किसी तरह का भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद नहीं है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि ये युवा इन संबंधित विभागों में शामिल होकर राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और किसी भी भ्रष्ट अधिकारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हर भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को उनके घर-द्वार पर नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करके पारदर्शिता, प्रभावशीलता और जवाबदेही लाने के लिए उत्साहपूर्वक काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक अनूठी योजना शुरू की है, जिसके अंतर्गत राज्य सरकार के वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी राज्य भर के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेंगे और उन्हें जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी आईएएस और आईपीएस अधिकारी राज्य के एक सरकारी स्कूल में मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेंगे, जहां वे विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ बातचीत के माध्यम से शिक्षा के माहौल को और मजबूत करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करके उनके जीवन को बदलना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम विद्यार्थियों के सपनों को पंख देगा, जिससे वे जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकेंगे।
इससे पहले, पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्यों का स्वागत किया