9 जनवरी 2025:
गुरुवार दोपहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से करीब 10 मिनट तक मुलाकात करने के बाद वहां से निकल आए। उनके राजभवन पहुंचने से राजनीतिक हलकों में सनसनी फैल गई, हालांकि हड़कंप नहीं मचा। यह मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इसके कुछ देर पहले ही मुख्यमंत्री ने बहुप्रतीक्षित बिहार डायरी-कैलेंडर का लोकार्पण किया और साथ ही बिहार विधान परिषद् के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रत्याशी ललन प्रसाद का नामांकन भी कराया था।
एनडीए नेताओं के साथ विधानसभा पहुंचे मुख्यमंत्री
गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के नेताओं के साथ बिहार विधानसभा सचिव के कक्ष में पहुंचे और बिहार विधान परिषद् उप निर्वाचन के लिए जदयू प्रत्याशी ललन प्रसाद का नामांकन दाखिल कराया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा (भा.ज.पा.), ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव (जदयू), राजस्व मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल (भा.ज.पा.), स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे (भा.ज.पा.), लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन (हामो), ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सादा, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, लोजपा (रामविलास) प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे।
एनडीए की सामूहिक यात्रा और मंत्रिमंडल में फेरबदल की तैयारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर खरमास के बाद एनडीए के सभी घटक दलों के प्रदेश अध्यक्ष और वरीय पदाधिकारी सामूहिक यात्रा पर निकलने वाले हैं। इस यात्रा के माध्यम से जिला से लेकर बूथ स्तर तक चुनावी तैयारियां तेज हो जाएंगी, जो 14 जनवरी के बाद शुरू होंगी। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल भी किया जाना है, जिसकी तैयारी अब अंतिम चरण में है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने राजभवन जाने की वजह का खुलासा नहीं किया, लेकिन यह माना जा रहा है कि इस छोटी सी मुलाकात का एक उद्देश्य मंत्रिमंडल फेरबदल को लेकर तारीख तय करना भी हो सकता है।